आतंकवाद का निर्यात बंद नहीं करने तक पाकिस्तान से वार्ता निर्थक : राजनाथ
निजामाबाद, 17 सितम्बर (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि जब तक पाकिस्तान, भारत में आतंकवाद का निर्यात बंद नहीं कर देता तब तक उससे बात करने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आतंकवादियों को भेजकर व संघर्ष विराम का उल्लंघन कर पाकिस्तान का भारत को अस्थिर करने का प्रयास जारी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा तेलंगाना के निजामाबाद में ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ के मौके पर एक सार्वजनिक सभा में अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया कि सीमा पर स्थिति बदल गई है और भारत अब एक कमजोर देश नहीं है।
भारत द्वारा आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहले इसके जैसी मिसाल नहीं मिलती।
उन्होंने कहा कि भारत एक ताकतवर देश के तौर पर उभरा है और कोई शक्ति इस पर बुरी नजर नहीं डाल सकती या इसकी संप्रभुता को खतरा नहीं पैदा कर सकती।
गृहमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 1947 से 17 सितम्बर 1948 के 13 महीने की अवधि भारत के इतिहास में एक काला अध्याय रहे हैं क्योंकि हैदराबाद राज्य के शासक ने भारत के साथ विलय चाहने वाले लोगों का दमन किया था।
उन्होंने भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को पुलिस कार्रवाई की शुरुआत के लिए याद किया जिससे निजाम को हैदराबाद राज्य को भारतीय संघ में विलय के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि भारत के राजनीतिक एकीकरण का श्रेय पटेल को जाता है, जिन्होंने सभी राज्यों का भारतीय संघ में विलय सुनिश्चित किया।