अर्जन सिंह के निधन पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति ने शोक जताया
नई दिल्ली, 17 सितम्बर (आईएएनएस)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उप राष्ट्रपति एम.वैंकेया नायडू ने रविवार को वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर शोक जताया।
सिंह का शनिवार को 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अर्जन सिंह के बेटे अरविंद सिंह को भेजे गए अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, मैं अपने महान व प्यारे वायुसेना मार्शल अर्जन सिंह के गुजरने की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं।
उन्होंने कहा, भारतीय वायुसेना के मार्शल द्वितीय विश्व युद्ध के नायक थे और 1965 के उनके सैन्य नेतृत्व के लिए हमारा राष्ट्र आभारी है।
कोविद ने कहा कि अर्जन सिंह ने राष्ट्र को अपनी श्रेष्ठ सेवा दी और वह भारतीय वायुसेना के पहले व एकमात्र अधिकारी थे, जो वायुसेना के मार्शल के तौर पर फाइव स्टार रैंक से सम्मानित थे।
उन्होंने कहा कि अर्जन सिंह हमारे नागरिकों व पीढ़ियों के लिए हमेशा जीवित रहेंगे।
राष्ट्रपति ने उन्हें याद करते हुए कहा, राष्ट्र के लिए उनकी सेवाएं वर्दी से बाहर होने के बाद भी जारी रहीं। वह दिल्ली के उप राज्यपाल, स्विट्जरलैंड व वेटिकन में भारत के राजदूत व केन्या में उच्चायुक्त व राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य रहे। उनकी सेवाओं व उपलब्धियों के लिए उन्हें पद्म विभूषण सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
नायडू ने भी सिंह के निधन पर शोक जताया और कहा कि वायुसेना मार्शल 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी भूमिका लिए प्रसिद्ध थे।
नायडू ने कहा, वह भारतीय सैन्य इतिहास के एक प्रतीक थे। तत्कालीन चीफ आफ एयर स्टाफ अर्जन सिंह ने 1965 के युद्ध में वायुसेना का नेतृत्व किया, जब वह मुश्किल से 44 साल के थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने 2016 में अपने पानागढ़ (पश्चिम बंगाल) के हवाईअड्डे का नाम अर्जन सिंह के 97 जन्म दिन के मौके पर उनके नाम पर रखा।
नायडू ने कहा, मैं परिवार के दुखी सदस्यों के साथ अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।