टीम इंडिया वल्र्ड स्किल्स आबू धाबी की तैयारियों में जुटी
नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)| टीम इंडिया कौशल की सबसे बड़ी प्रदर्शनी वल्र्ड स्किल्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार है, जिसका आयोजन 14 से 19 अक्टूबर के बीच आबू धाबी में किया जाना है। 70 से ज्यादा देशों से 1,200 प्रतियोगी द्विवार्षिक प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे और 50 से ज्यादा क्षेत्रों में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) 2011 से वल्र्ड स्किल्स इंडिया के बैनर तले इस प्रतियोगिता में भारत की भागीदारी का प्रतिनिधित्व कर रहा है। आगामी प्रतियोगिता के लिए वल्र्ड स्किल्स इंडिया ने 28 प्रतियोगियों की एक टीम चुनी है जो 26 कौशलों- कार पेंटिंग, ब्रिक लेयरिंग, हेयर स्टाइलिंग, ब्यूटी थेरेपी, प्रोटो-टाईप मॉडलिंग, ऑटो बॉडी रिपेयर, विजुअल मर्चेडाइजिंग, मोबाइल रोबोटिक्स, सीएनसी ट्यूरिंग, वेल्डिंग में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
एनएसडीसी ने पिछले दो सालों के दौरान क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला के जरिए सभी प्रतियोगियों को चुना है। इसके बाद सभी उम्मीदवारों को उद्योग जगत के साझेदारों की मदद से गहन प्रशिक्षण दिया गया, जिन्होंने प्रतियोगिता से पहले उनके कौशल में सुधार लाने का भरसक प्रयास किया है। बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन पाने के लिए विदेश भी भेजा गया।
तकनीकी कौशल के अलावा एनएसडीसी ने दिल्ली में नौ से 11 सितंबर के बीच सभी उम्मीदवारों के लिए तीन दिवसीय प्राशिक्षण एवं टीम निर्माण कार्यशाला का आयोजन भी किया। कार्यशाला के दौरान उम्मीदवारों को सॉफ्ट स्किल्स जैसे समय प्रबंधन, दबाव झेलना, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से पहले की तैयारी के लिए प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला का आयोजन जाने-माने सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण संगठन टाटा स्ट्राइव के द्वारा किया गया।
प्रतियोगियों को प्रोत्साहित करने वाले दिग्गजों में शामिल थे- कौशल भारत मिशन के ब्राण्ड अंबेसडर सचिन तेंदुलकर, रियो 2016 में पिछले पैरालम्पिक्स में दो पदक जीतने वाली दीपा मलिक, पैरालम्पिक्स में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय देवेंद्र जंझारिया, तैराकी में पांच बार राष्ट्रीय चैम्पियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता रेहान पोंचा ने प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन किया।
सचिन और दीपा ने वीडियो संदेश के जरिए प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन किया, वहीं देवेंद्र और रेहान ने खुद प्रतियोगियों से मुलाकात की, उन्हें इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने के गुर सिखाए, उन्हें बताया कि कैसे इस तरह की प्रतियोगिताओं में दबाव का सामना करना चाहिए।
एनएसडीसी के एमडी एवं सीईओ मनीष कुमार ने कहा, हमारे ज्यादातर प्रतियोगी बेहद साधारण पृष्ठभूमि से हैं और उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। वे अब दुनिया की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिधित्व करने जा रहे हैं, जिसके जरिए उन्हें अन्य देशों के समकक्षों के साथ प्रतिस्पर्धा करने और अपने कौशल का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा, हमें विश्वास है कि हमारे सभी प्रतियोगी भारत में कौशल के लिए महान एंबेसडर के रूप में उभरेंगे तथा समाज में बहुत से लोगों को कौशल अर्जित करने के लिए प्रेरित करेंगे और इस प्रकार समाज कल्याण में अपना योगदान देंगे।