क्या ‘क्वीन’ वाला जादू बिखेर पाएंगी ‘सिमरन’,रिव्यू पढ़ने के बाद ही देखें फिल्म
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित निर्देशक हंसल मेहता और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के अभिनय से सजी फिल्म ‘सिमरन’ शुक्रवार को रिलीज हो गई। दर्शकों को भी काफी समय से ‘सिमरन’ का
इंतजार था।
इस फिल्म के टीजर और ट्रेलर ने लोगों के मन में काफी जिज्ञासा पैदा कर दी थी। इस फिल्म से कंगना को उम्मीद है कि वह क्वीन’ वाला जादू दोबारा बिखेरने में कामयाब रहेंगी।
यह कहानी है प्रफुल्ल पटेल यानी सिमरन की, जो अमेरिका में रहती है। सिमरन तलाकशुदा होने के बावजूद ब्वॉयफ्रेंड के साथ डेट पर जाती है।
इसके अलावा उन्हें एक बुरी लत है। ये लत है चोरी और जुए की लत है जिसके बिना वो जी नहीं सकती। एक दिन वह लास वेगास के एक जुएखाने में पहुंचती है और बहुत सारा पैसा जीत जाती है।
मगर इसके बाद वह लगातार हारती चली जाती है। ऐसे में एक प्राइवेट लैंडर उसे पैसे देता है और सिमरन वह पैसा भी नशे में हार जाती है। अब चक्कर शुरू होता है पैसे वसूली का।
अपनी चोरी और जुए की तल की वजह से सिमरन को पुलिस पकड़ लेती है लेकिन वो उनके साथ मारपीट करके भाग जाती है। क्या सिमरन को अपने टाइप का लडक़ा मिल जाएगा या फिर वो हवालात में जिंदगी गुजारेगी? इसी के इर्द-गिर्द फिल्म की पूरी कहानी पिरोयी गई है।
हालांकि इस फिल्म को सेंसर बोर्ड के 10 कट के बाद रिलीज किया गया है। बोर्ड ने फिल्म में फिल्माए गए सेक्स सीन के साउंड इफेक्ट को कम करने के लिए भी कहा था क्योंकि साउंड इफेक्ट्स की वजह से वह सीन काफी उत्तेजक लग रहा था।
तकनीकी पहलू की बात करें तो फिल्म की सिनेमेटोग्राफी तो शानदार है लेकिन, एडिटिंग बहुत ही कमजोर है। स्टोरी और स्क्रीनप्ले पर बिल्कुल भी मेहनत नहीं की गई है और संगीत साधारण है।