नौसेना की महिला ‘नविका सागर परिक्रमा’ रवाना
पणजी, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को भारतीय नौसेना की ‘नाविका सागर परिक्रमा’ को झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह पहली वैश्विक भारतीय जलयात्रा है, जिसमें चालक दल में सभी महिलाएं हैं। नविका सागर परिक्रमा पांच चरणों में पूरी होगी। यह राशन व जरूरी मरम्मत कार्य के लिए चार बंदरगाहों पर रुकेगी।
इस अभियान की औपचारिक रूप से शुरुआत सीतारमण ने की और इसकी अगुवाई लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही है। इस नौसेना दल में सभी महिलाएं हैं। इन महिलाओं को आगामी यात्रा के लिए व्यापक तौर पर प्रशिक्षित किया गया है।
प्रशिक्षण के तौर पर चालक दल करीब 20,000 नाटिकल माइल्स (एनएम) आईएनएसवी महादेई व तारिणी पर सवार रहा है। इसमें मॉरीशस के दो अभियान (2016 व 2017) व गोवा से केपटाउन की 16 दिसंबर की समुद्री यात्रा शामिल रही है।
आईएनएसवी तरिणी 55 फुट की नौकायन जहाज है। इसे एक्वारियस शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड, गोवा ने निर्मित किया है और इसे इस साल की शुरुआत में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया।
आईएनएसवी तरिणी अपनी जलयात्रा समाप्त कर अगले साल अप्रैल में गोवा लौटेगी।
भारतीय नौसेना में पहली बार अकेले संसार की जलयात्रा पर जाने का कार्य कैप्टन दिलीप डोंडे ने किया था।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, भारत सरकार के नारी शक्ति पर जोर दिए जाने की वजह से समुद्री नौकायन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस परियोजना को जरूरी माना गया।