दिल्ली : स्कूल में बच्ची से दुष्कर्म मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
नई दिल्ली, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को स्कूल के अंदर एक पांच साल की लड़की से हुए दुष्कर्म मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया और मंगलवार को रिपोर्ट जमा करने को कहा।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सभी स्कूलों के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार किया जाएगा।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, शर्मनाक। इस तरह के कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अपना काम कर रही है। मजिस्ट्रेट जांच की आदेश दिए गए हैं। सरकार बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉल बनाएगी।
यह कदम पूर्वी दिल्ली में अपराध होने के एक दिन बाद लिया गया है। इस मामले में एक चपरासी को गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, गांधी नगर के पास पूर्वी दिल्ली के रघुवरपुरा में स्कूल के अंदर स्कूल के कर्मचारी द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया, मामले में मजिस्ट्रेट जांच उप संभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) विवेक विहार की अगुवाई में हो रही है और इसकी रिपोर्ट तीन दिन में जमा होनी है।
घटना पर चिंता जाहिर करते हुए दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने केजरीवाल के विचार को दोहराया और कहा कि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करना महत्वपूर्ण है।
घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ने स्कूल को नोटिस जारी किया और स्कूल में छात्राओं तक पहुंच वाले पुरुष कर्मचारियों या ठेके पर कार्यकर्ताओं की उनके पद के साथ (शिक्षक व गैर शिक्षक) की सूची मांगी।
डीसीडब्ल्यू ने नोटिस में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले कदमों की जानकारी भी मांगी है और स्कूल से घटना वाले दिन की पूरी सीसीटीवी फुटेज मांगी है।
यह मामला शनिवार को दोपहर बाद करीब 3 बजे सामने आया, जब बच्ची ने पेट में दर्द की शिकायत की। बच्ची की मां जब उसे शौचलाय ले गई तो देखा कि उसके प्राइवेट पार्ट से खून आ रहा था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, आरोपी की पहचान विकास (40) रूप में हुई है। वह चपरासी का काम करता है, उसने पांच वर्षीय बच्ची को खाली कमरे में ले जाकर उससे दुष्कर्म किया। पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त नुपूर प्रसाद ने कहा, यह घटना शनिवार को शाहदरा के टैगोर पब्लिक स्कूल में 11 बजे हुई। लड़की नियमित स्कूल खत्म होने के बाद अपनी आधे घंटे की अतिरिक्त कक्षा का इंतजार कर रही थी।
उन्होंने कहा, विकास उसे कैंडी की लालच देकर एक खाली कक्षा में ले गया, जहां उसने बच्ची का यौन उत्पीड़न किया।
प्रसाद ने कहा कि विकास ने बच्ची के मुंह पर हाथ रखा था और गंभीर दुष्परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
पुलिस अधिकारी ने कहा, पीड़ित कक्षा एक की छात्र है, उसे चाचा नेहरू अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
प्रसाद ने कहा कि विकास उस्मानपुर का निवासी है। वह बीते तीन साल से स्कूल में काम कर रहा है। इससे पहले वह दो अन्य स्कूलों में काम कर चुका है।
पुलिस ने कहा कि मेडिकल जांच में यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई है। विकास पर बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच लड़की के दादा ने आरोप लगाया कि नाबालिग को चाचा नेहरू अस्पताल ले जाने पर पुलिस ने परिजनों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने यह भी कहा कि शुरुआत में चिकित्सकों ने मामलों को गंभीरता से नहीं लिया और शनिवार को करीब शाम 8.30 बजे सिर्फ लड़की को भर्ती किया।
लड़की के दादा ने आईएएनएस से कहा, बच्ची अपने साथ घटित हुए अपराध से अभी भी डरी हुई है क्योंकि विकास ने उसे गंभीर नतीजा भुगतने की धमकी दी थी।
उन्होंने कहा, वह अपराध करते समय व गिरफ्तारी के समय नशे में था। लड़की को बाद में लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भेज दिया गया, जहां से उसे रविवार की सुबह छुट्टी दे दी गई।