प्रधानमंत्री पर अपमानजनक टिप्पणी को दिग्विजय ने किया रिट्वीट
नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)| वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक अपमानजनक टिप्पणी को रिट्वीट किया, लेकिन विवाद पैदा हो जाने के बाद उन्होंने कहा कि वह इसका समर्थन नहीं करते। दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, रिट्वीट का मतलब समर्थन करना नहीं होता। यह ट्विटर का बुनियादी सिद्धांत है।
इससे कुछेक घंटे पहले दिग्विजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का और भी ज्यादा अपमान करनेवाले एक पिक्चर ट्वीट को रिट्वीट किया था।
दिग्विजय ने एक ट्वीट को इस खंडन के साथ साझा किया, यह मेरा नहीं है, लेकिन मैं अपने आप को इसे साझा करने से रोक नहीं सका। संबंधित व्यक्ति से मैं माफी मांगता हूं, क्योंकि वह ‘उल्लू बनाने में विशेषज्ञ’ हैं।
विवाद पैदा हो जाने के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने खुद के द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों का समर्थन किया। उन्होंने कहा, वह ‘उल्लू बनाने की कला’ में सबसे बेहतर है-यह अपमानजनक टिप्पणी नहीं है।
उन्होंने मीडियावालों से कहा कि वे प्रधानमंत्री से यह सवाल क्यों नहीं पूछते कि ‘पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर उन्होंने निंदा के दो शब्द भी ट्वीट नहीं किए।’
सिंह ने कहा, जो मोदीजी, बेहत तुच्छ चीजों पर भी ट्वीट करते रहते हैं, उनके पास एक महिला पत्रकार की हत्या पर संवेदना व्यक्त करनेवाला ट्वीट लिखने का समय नहीं है। वह बहादुर महिला अपने शानदार पिता की तरह ही जीवनभर उन लोगों से लड़ती रही, जो समाज में सांप्रदायिकता का जहर फैलाते हैं।
उन्होंने यह भी मांग की कि मोदी उन चार लोगों को अनफॉलो क्यों नहीं करते, जिन्होंने गौरी की हत्या के बाद उनके बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उन्होंने अपने ट्वीट में किसी के खिलाफ असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं किया है और न ही उनके फॉलोअर ऐसा करते हैं।