भारत शहरी विकास पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था बनाने के पक्ष में
संयुक्त राष्ट्र, 6 सितम्बर (आईएएनएस)| भारत ने शहरी विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों के समन्वयन हेतु यूएन-अर्बन नामक संस्था बनाने का समर्थन किया है।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अधिकारी राजीव रंजन मिश्रा ने मंगलवार को यूएन-अर्बन बनाने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों का स्वागत करते हुए कहा, हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि संयुक्त राष्ट्र की सभी एजेंसियां और यूएन-हैबिटेट में हर स्तर पर शहरी एजेंडे एवं सतत विकास लक्ष्य को लागू करने के लिए मिलकर काम करें।
अगस्त में जारी समिति की रपट के अनुसार,’यूएन-अर्बन हर जगह फैले हुए संयुक्त राष्ट्र प्रतिष्ठानों के शहरी विकास गतिविधियों से समन्वय बनाने और हैबिटेट-3 सम्मेलन में स्वीकृत नए शहरी एजेंडे को बढ़ावा देगा।
मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि यूएन-अर्बन की स्थापना कर यूएन-हैबिटेट को मजबूत बनाने की सिफारिश सराहनीय कदम है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने स्वीकार किया था कि संयुक्त राष्ट्र शहरी क्षेत्रों के लिए कुछ खास नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, हम आज स्वीकार करते हैं कि संयुक्त राष्ट्र शहरों में नहीं पहुंच पा रहा है और हम अपने सामान्य प्रयास से इस कमी को दूर करेंगे।
मोहम्मद ने कहा कि 2050 तक वैश्विक आबादी का 70 प्रतिशत शहरों में रहेगा और यह भी स्पष्ट है कि सततता की जंग शहरों में ही या तो जीती जाएगी या हारी जाएगी।