विद्यालय में है अव्यवस्था का अंबार, कैसे उच्च शिक्षा पाएंगे बच्चे
कोटद्वार। राज्य में हो रही बारिश से लोगों का जनजीवन तो अस्त-व्यस्त है। लोगों को बारिश के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ स्कूलों की भी हालत खराब हो गई है। जिसके कारण बच्चों का भविष्य अधर में लटकता हुआ दिखाई दे रहा है। बारिश के कारण यहां के सरकारी स्कूल में मलबा भर गया है। जिससे कारण बच्चों के सामने संकट आ गया है।
भारी बारिश से आई आपदा के बाद जनजीवन तो समान्य हो रहा है, लेकिन आपदा से प्रभावित नगर क्षेत्र का सरकारी स्कूल अभी भी आपदा के मंजर से ही गुजर रहा है। जिसका हालचाल भी लेने वाला कोई नहीं है। जिसके चलते बच्चों का भविष्य अधर में लटकता हुआ नजर आ रहा है। नगर क्षेत्र के सरकारी स्कूल संख्या 6 व 9 के सभी कमरों में अभी भी मलबा पड़ा हुआ है जिसकी वजह से ही स्कूल की हालत एकदम खराब हो गई है।
मलबा पड़े होने के कारण बच्चों को दूसरे विद्यालय में भेड़-बकरियों की तरह पढ़ाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन विद्यालय में गरीब वर्ग के बच्चे अधिक पढ़ाई करते हैं। अब ऐसे में कैसे इन बच्चा का भविष्य उज्जवल हो सकता है। इसका अंदाजा तो आप लगा ही सकते हैं।
वहीं प्रधानाध्यापिका का कहना है कि आपदा के बाद हम अपने बच्चों को नगर क्षेत्र के संख्या 1 स्कूल में बड़ी परेशानियों के बीच उन्हें पढ़ा रहे हैं। इस विद्यालय में पानी की पूर्ति न होने के कारण बच्चों को शौच आदि की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में कैसे बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे स्कूल के मलबे को हटाने के लिए कहीं से भी कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि केवल हम सब लोग के आपसी सहयोग से ही उसे हटाया जा रहा है।