आईएसओ-9001 सर्टिफिकेट पाने वाला देश का पहला कंट्रोल रूम बना उप्र-100
लखनऊ, 30 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। उप्र-100 आईएसओ-9001 प्रमाण पत्र पाने वाला देश का पहला कंट्रोल रूम बन गया है। (
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह ने बुधवार को उप्र 100 भवन में आयोजित कार्यक्रम में उप्र-100 कंट्रोल रूम को मिले आईएसओ-9001 प्रमाण पत्र का अनावरण किया। आईएसओ-9001 सर्टिफिकेट कई मानकों को पूरा करने के बाद पूरी मॉनीटिरंग होने पर ही दिया जाता है। ऐसा प्रमाण पत्र पाने वाला देश का यह पहला कंट्रोल रूम बन गया है।
इस मौके पर डीजीपी ने उप्र 100 मैनुअल हैंडबुक का विमोचन भी किया। वहीं एडीजी उप्र 100 अनिल अग्रवाल ने नया मैनुअल जारी किया।
डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा, उप्र-100 से मिले डाटा को क्राइम कंट्रोल में इस्तेमाल करेंगे। साथ ही उसका अध्ययन कर कई और जरूरी चीजें आगे लाई जाएंगी। डेटा कई समाजशास्त्रियों के अध्ययन के लिए भी काम आएगा। शोध से क्राइम कंट्रोल में मदद मिलेगी।
डीजीपी ने कहा कि यूपी-100 में 18 हजार पुलिसकर्मी ड्यूटी करते हैं और एक समय में करीब नौ हजार पुलिसकर्मी मुस्तैद रहते हैं।
उन्होंने कहा, कई बार उप्र-100 के पुलिसकर्मियों की काफी शिकायतें आई। इनमें भ्रष्टाचार की भी थी। इन पर मॉनीटरिंग कई स्तर से की जा रही है। इससे अब शिकायतें कम हुई और आचरण भी सुधर रहा है।
उन्होंने नागरिकों से अपील भी कि अगर उन्हें कोई पुलिसकर्मी या उप्र-100 की गाड़ी में तैनात पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार या अन्य गलत काम में लिप्त मिलता है तो उसकी शिकायत भी इस कंट्रोल रूम में की जा सकती है।
अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर डीजीपी ने कहा कि 50 से ऊपर का कोई पीसीएस अफसर रिटायरमेंट योग्य नहीं मिला। बाकि अफसरों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
प्रेस वार्ता में मौजूद एडीजी यूपी-100 अनिल अग्रवाल ने बताया, आज उप्र-100 का नया मैनुअल जारी किया गया है। उप्र-100 का नया मैनुअल पुलिस रिफॉर्म में बड़ा कदम है। शिकायतकर्ता को वीडियो अपलोड करने की सुविधा दे रहे है। 108, 101 को भी उप्र 100 से जोड़ा जा रहा है।