वंचितों के प्रति संवेदनशील हों युवा अधिकारी : स्मृति ईरानी
नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)| केंद्रीय वस्त्र व सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने युवा अधिकारियों से कहा कि वे वंचितों के प्रति संवेदनशील हों और अपने को भारतीय नागरिकों के संरक्षक के रूप में देखें।
स्मृति ने मंगलवार को मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) के 92वें फाउंडेशन कोर्स का उद्घाटन किया। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशिक्षु अधिकारी देश के सर्वाधिक पिछड़े इलाकों में उत्साह के साथ विकास का कार्य करेंगे।
उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को डिजिटल इंडिया की पहलों के माध्यम से तकनीक का इस्तेमाल करने की सलाह दी, ताकि सेवाएं बेहतर तरीके से प्रदान की जा सकें।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मंत्री ने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षु अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के सर्वोत्तम कार्यविधियों को आत्मसात करेंगे और इससे एक बेहतर भारत का निर्माण हो सकेगा।
स्मृति ईरानी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को भारतीय संविधान के प्रति सत्यनिष्ठा की शपथ दिलवाई। उद्घाटन समारोह के बाद उन्होंने संस्थान के ऑफिसर मेस में प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ दोपहर के भोजन पर बातचीत की।
92वें फाउंडेशन कोर्स के अंतर्गत भारत की 17 सिविल सेवाएं तथा भूटान की तीन सेवाएं शामिल हैं। इस कोर्स में कुल 369 प्रशिक्षु अधिकारी भाग ले रहे हैं, जिनमें भूटान के 11 अधिकारी शामिल हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम संपूर्णानंद ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। उपनिदेशक (वरिष्ठ) अस्वति एस. ने संक्षिप्त स्वागत भाषण दिया। अकादमी की निदेशक उपमा चौधरी ने मुख्य अतिथि व पाठ्यक्रम के संयोजक श्रीधर सी का स्वागत किया और पाठ्यक्रम के विभिन्न आयामों का उल्लेख करते कहा कि 15 सप्ताह की समयावधि वाले इस पाठ्यक्रम में प्रशिक्षु अधिकारी कक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ बाहरी गतिविधियों द्वारा भी प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
निदेशक उपमा ने अकादमी के आदर्श वाक्य ‘शीलम परम भूषणम’ का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशिक्षु अधिकारी यहां अपने समय का बेहतर इस्तेमाल करें और आपसी संबंध मजबूत बनाएं, नए कौशल प्राप्त करें और उपलब्ध सेवाओं का उपयोग करें।