खेल

भविष्य में और पदक चाहते हैं गोपीचंद

हैदराबाद, 29 अगस्त (आईएएनएस)| पी.वी. सिंधु और सायना नेहवाल के विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में पदक जीतने के दो दिन बाद राष्ट्रीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने मंगलवार को कहा कि वह दिन दूर नहीं हैं जब किदाम्बी श्रीकांत जैसे खिलाड़ी भी बड़े टूर्नामेंट में शीर्ष तीन स्थान पर रहा करेंगे। सिंधु ने विश्व चैम्पियनशिप में रजत तो वहीं सायना ने कांस्य पर कब्जा जमाया है।

ग्लास्गो से लौटने के बाद यहां सिंधु के साथ संवाददाता सम्मेलन में गोपीचंद ने कहा कि दो पदकों ने रुकावटों को दूर किया है और यहां से खेल में सुधार देखने को मिलेगा।

गोपीचंद ने कहा, हमने रुकावटों को दूर करते हुए पहली बार इस साल विश्व चैम्पियनशिप में दो पदक जीते हैं।

उन्होंने कहा, हम काफी सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास सिंधु और सायना जैसी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपनी फिटनेस के स्तर को काफी ऊंचा बनाए रखा है और पुरुषों में चाहे पारुपल्ली कश्यप हों, एच.एस. प्रणॉय, श्रीकांत हों या फिर बी साई प्रणीत, सभी ने अपने प्रदर्शन में फिटनेस की अहमियत को समझा है।

उन्होंने कहा, अंत में हालांकि सिंधु का प्रदर्शन आगे निकल कर सामने आएगा लेकिन सायना ने भी यहां कांस्य जीता है और श्रीकांत भी पदक जीतने के करीब थे। यह विश्व चैम्पियनशिप में उनका दूसरा क्वार्टर फाइनल था। वह ओलम्पिक के क्वार्टर में भी पहुंचे थे। इसलिए वह पदक से दूर नहीं हैं।

गोपीचंद को उम्मीद है कि सिंधु अपने संन्यास से पहले कई सारे स्वर्ण पदक जीतेंगी।

उन्होंने कहा, विश्व चैम्पियनशिप का फाइनल शानदार मैच था और सिंधु ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। 22 की उम्र में उनके नाम कई पदक हैं। विश्व चैम्पियनशिप में तीन पदक, और ओलम्पिक में रजत।

गोपीचंद ने कहा, वह चार साल से लगातार पदक जीत रही हैं उम्मीद है जब वह अपना करियर खत्म करेंगी तब उनके हिस्से कई स्वर्ण पदक होंगे।

उन्होंने कहा, विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जो हमने देखा वह फिटनेस का अगला स्तर था। एक घंटा 50 मिनट तक काफी रोचक और संघर्षपूर्ण मुकाबला चला जहां किसी को साफ बढ़त नहीं मिल रही थी इसलिए कुछ नया करने के लिए कुछ था नहीं। आप हमेशा दबाव में होते हैं और यही सबसे ज्यादा रोचक होता है।

सिंधु ने माना की फाइनल मैच काफी मुश्किल था।

उन्होंने कहा, फाइनल में हराना काफी निराशाजनक था। ओकुहारा ने शानदार खेल खेला। निर्णायक गेम में जहां स्कोर 20-20 था वहां से मैच किसी का भी हो सकता था। मैंने काफी कोशिश की लेकिन वो शायद मेरा दिन नहीं था।

सिंधु ने साथ ही मैच से पहले अच्छी नींद और अच्छे खाने की अहमियत पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, मैच से पहले अच्छी नींद, अच्छा खाना और आराम की सख्त जरूरत होती है और अगर सेमीफाइनल होता है तो यह और भी जरूरी हो जाता है। इस बार रजत पदक मिला इससे मैं खुश हूं।

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