बदमाश आए थे बेटे का अपहरण करने, महिला की हिम्मत देख हथियार छोड़ भागे
इटावा। मुसीबत के समय पर अच्छे अच्छों की हालत खराब हो जाती है पर उसमें के कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कठिन समय में बड़ी हिम्मत और दिलेरी के साथ मुसीबतों का सामना करते हैं। बात जब परिवार की आती है तो कोई कोई पीछे नहीं हटता ऐसे एक मामला प्रकाश में आया है।
जानकारी के लिए बता दें कि खबर है यूपी के मैनी पुरी की, बच्चे का अपहरण होता देख सैनिक की पत्नी मर्दानी बन गई। उसने तमंचा लिए एक बदमाश को गिरा लिया। उसका ये साहस देख बदमाश और उसके दो साथी हालत खराब हो गई और वो तमंचा छोडक़र भाग निकले। महिला तमंचा लेकर खुद थाने पहुंची और पुलिस को सौंपते हुए सारी घटन बताई।
जानकारी के अनुसार, जिला मैनपुरी में नगर के आवास विकास कालोनी निवासी सेना के जवान दिनेश की पत्नी प्रभाषा सेंट मेरी स्कूल से अपने बच्चे को लेने गई थीं। छुट्टी के बाद उन्होंने बच्चे को अपनी स्कूटी पर बैठाया और घर के लिए चल दीं।
डीएवी इंटर कॉलेज के पास वह पहुंची तो वहां डिस्कवर बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने तमंचा दिखाकर उन्हें रोक लिया। एक बदमाश ने उनके बच्चे की तरफ हाथ बढ़ाया तो प्रभाषा का खून खौल उठा, उन्होंने बच्चे का अपहरण होते देख वह बदमाशों से भिड़ गईं। तमंचा छीन लिया। महिला के हौसले देख बदमाशों के भी पसीने छूट गए और वे फरार हो गए। देखने वालों यह भी बताया कि प्रभाषा ने आव देखा न ताव, तमंचा ताने बदमाश को धक्का देकर गिरा दिया।
महिला की बहादुरी देख बदमाश सकपका गए और चेन और कुंडल छीनकर भागे और डर के चलते अपना तमंचा छोड़ गए। वहीं प्रभाषा घटना की जानकारी देने के लिए तमंचा लेकर कोतवाली पहुंच गईं। कोतवाल समरेश कुमार ने बदमाशों की तलाश शुरू करा दी। प्रभाषा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
ऐसी वारदात से प्रभाषा के इस साहस की खबर पूरे शहर में फैल गई कई लोग उन्हें देखने पहुंच गए। सरेआम हो रही वारदात के दौरान भी लोगों ने उनका साहस देखा और सब उनकी सराहना कर रहे हैं। पुलिस भी लोगों को उनसे सीख लेने की बात कह रही है।
पुलिस पूरे शहर में बदमाशों की तलाश कराई गई, लेकिन अभी तक किसी भी बदमाश की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।