यौन शोषण: राम रहीम पर आज आएगा फैसला, डेरा प्रमुख पेशी के लिए रवाना
चंडीगढ़| डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में पंचकुला में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत के का शुक्रवार को फसला आने से कुछ ही घंटे पहले क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षाबलों की मदद के लिए सेना को भी बुलाया गया है।
केंद्रीय अर्धसैनिकबलों और हरियाणा पुलिस ने पंचकुला में विभिन्न स्थानों पर हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों को खदेड़ने की कोशिश की लेकिन उनके अनुयायी वहां बने रहे।
इस फैसले के दौरान डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह अदालत में मौजूद रहेंगे। उन्होंने कोर्ट में अपनी पेशी को लेकर कई दिनों से बने संशय को खुद ही खत्म कर दिया है। डेरा प्रमुख सीबीआइ कोर्ट पंचकूला में पेश होने के लिए शुक्रवार सुबह सिरसा से 800 गाड़ियों के काफिले के साथ पंचकूला के लिए रवाना हो गए हैं ।
सड़क मार्ग पर हर तरफ सिर्फ उन्हीं का ही काफिला है। राज्य में बस सेवाएं पहले ही बंद कर दी गई थी। राज्य में तरह से अघोषित कर्फ्यू के से हालात बने हुए हैं। डेरामुखी ने तमाम अटकलों को खारिज करते हुए करीब ढाई सौ किलोमीटर की दूरी तय कर सड़क मार्ग के जरिए ही कोर्ट में पेश होंगे। इस बीच, आइबी ने हिंसक झड़पों की आशंका व्यक्त की है।
गुरमीत राम रहीम पर उनकी महिला भक्त द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर आज दोपहर लगभग 2.30 बजे फैसला आ सकता है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी.एस.संधू ने कहा कि सेना की 20 कंपनियों की जरूरत है, जो शुक्रवार सुबह मार्च करेगी।
इस मामले में शुक्रवार को फैसला आने की वजह से किसी भी तरह की हिंसा के मद्देनजर दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है।
गुरमीत राम रहीम ने गुरुवार रात को एक वीडियो जारी कर अपने अनुयायियों से पंचकुला छोड़कर घर लौटने की अपील की। उन्होंने अपनी अपील में कहा, “मैंने पहले भी अनुयायिों से पंचकुला नहीं आने को कहा था। मैं उन्हें घर लौटने की अपील करता हूं। मैं अदालत के समक्ष पेश होऊंगा।”
सिरसा में जिला प्रशासन ने गुरुवार को रात 10 बजे से कर्फ्यू लगा दिया लेकिन फिर भी लोगों को डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय के आसपास घूमते देखा गया। डेरा के प्रवक्ता आादित्य इनसान ने कहा कि अनुयायी सिरसा और पंचकुला में शांति बनाए रखेंगे। प्रवक्ता ने कहा, “सिरसा और इसके आसपास लगभग पांच लाख अनुयायी इकट्ठा हो गए हैं। पंचकुला में लगभग सात से आठ लाख अनुयायी इकट्ठा हो गए हैं।”
जानें क्या है मामला
गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे। यह पत्र तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। साथ ही इसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को भेजी गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीडि़ता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में 5 साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है। आरोप लगाया गया था कि साध्वियों का शोषण किया जा रहा है। अपनी आपबीती भी बताई गई थी, जिसमें डेरामुखी गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण के आरोप लगे थे।
मामला कैसे बढ़ा
ज्ञात हो कि यह घटना 1999 की है और पत्र 2001 में लिखा गया। प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई। तब हाईकोर्ट ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।