देश के इस गांव में बनेगा पहला गोतीर्थ, राज्य सरकार ने लिया फैसला
हरिद्वार। देश में गोरक्षा के लेकर सभी प्रदेशों ने मुहिम चल रही है। देश के साथ-साथ प्रदेश सरकारें गोरक्षा के लिए सख्ती से काम कर रही है। ऐस में हरिद्वार के कटारपुर गांव में देश का सबसे पहला गोतीर्थ बनने जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह वह गांव है जहां सर्वप्रथम गोरक्षा की आवाज उठाई गई थी। इस गांव में गोरक्षा स्मारक और समिति बनाकर गाय को भगवान की तरह पूजा जाता है।
जहां गाय को लेकर उनकी सुरक्षा के लिए पूरे भारत में इस समय बहस छिड़ी हुई है, लेकिन जिस गांव में गोरक्षा की सबसे पहली लड़ाई लड़ी गई उस गांव को सरकार ने आज तक याद नहीं किया। लंबे समय बाद अब राज्य सरकार कटारपुर गांव को गोतीर्थ बनाने की तैयारी कर रही है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रतिनिधि मंडल की सलाह के बाद गांव को गोतीर्थ बनाए जाने की उम्मीद जगी है। धर्मनगरी के कटारपुर गांव में सन् 1918 में गोरक्षा को लेकर हुए खूनी संघर्ष में बहुत से लोगों की जान चली गई थी।
अब गांव को गोतीर्थ बनाए जाने की बात को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गोतीर्थ बनने के बाद 1918 के खूनी संघर्ष में जान गवाने वाले लोगों को सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी और उनके परिवारों को भी खुशी मिलेगी।