जम्मू-कश्मीर में आतंकरोधी अभियान के कारण 2017 में 132 आंतकियों का हुआ सफाया
नई दिल्ली। जम्मू- कश्मीर में सेना ने पत्थरबाजी और आतंकी घटनाओं के बीच ऑपरेशन ऑल आउट चलाया जिसका परिणाम भी साफ नजर आ रहा है।
इसमें ऑपरेशन में आतंकी समूह के कई कमांडर एनकाउंटर में मारे गए। साथ ही जम्मू-कश्मीर में सेना द्वारा चलाए जा रहे इस आतंकरोधी अभियान के कारण 2017 में 132 आंतकियों का सफाया हुआ है।
बता दें कि इस साल आतंकवादी कैंपों में सिर्फ 71 कश्मीरी युवक शामिल हुए है। इसके अलावा करीब 78 आतंकी जुलाई तक सीमापार से घाटी में आए।
खबरों के मुताबिक इस साल जुलाई तक 78 आतंकियों ने घुसपैठ की, जबकि पूरे 2016 में कुल 123 आंतकी सीमापार से कश्मीर घाटी में दाखिल हुए थे।
वहीं इस साल सेना ने जुलाई तक 132 आंतकियों का सफाया किया है। पुख्ता जानकारी और सेना का अन्य सिक्युरिटी एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल होने के कारण जुलाई तक 74 विदेशी और 58 स्थानीय आंतकियों को मार गिराया।
इस साल जुलाई तक सेना ने जिन आंतकियों का मार गिराया उनमें लश्कर, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और अल बद्रर के थे। इन आतंकियों में दो A++, चार A+ और आठ A कैटेगिरी के शामिल हैं।
बुरहान हानी की मौत के बाद सेना और अन्य एजेंसियां जाकिर मुसा को खोजने में लगे हैं। वानी को पिछले साल 8 जुलाई को सेना ने मार गिराया था।