विधायकों के पेच कसे, बिना परमीशन न खोले जुबां
देहरादून। उत्तराखंड सरकार व भाजपा संगठन ने अपने विधायकों और दूसरे नेताओं को अब चुप रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मतलब अब न तो विधायक कुछ बोलेंगे और न ही किसी मुद्दे पर सदन में बिना आदेश के कोई मुद्दा उठाएंगे।
कुछ दिन पहले विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायकों द्वारा उठाए गए कई मुद्दों को लेकर उस समय सरकार की बहुत किरकिरी हुई थी। ऐसा कहा जा रहा था कि प्रश्नकाल के दौरान सरकार के ही विधायक विधानसभा सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ ना केवल प्रश्न कर रहे थे बल्कि विभागों की शिकायत करते भी नजर आ रहे थे।
इसके बाद विधानसभा के अंदर ही तमाम मंत्रियों ने अपने विधायकों को ऐसा करने से ना केवल रोका था बल्कि इस बात को लेकर संगठन में भी चर्चा हुई थी।
पिछले दिनों देहरादून में हुई संगठन की एक बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और संगठन के मंत्री सहित कई नेताओं ने अपने विधायकों की पाठशाला लगाई थी। पाठशाला में तमाम बड़े नेताओं ने किस तरह से काम किया जाए और किस तरह से केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं को जनता तक न केवल पहुंचाया जाए बल्कि केंद्र सरकार द्वारा हो रहे कामों की भी जानकारी लोगों तक कैसे दी जाए इसकी पूरी जानकारी दी थी।