112 को वीरता, 5 जवानों को मिलेगा कीर्ति चक्र पुरस्कार
नई दिल्ली। सैन्य अभियानों में अपनी जांबाजी का लोहा मनवाले वाले 112 जवानो को इस साल वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है। इनमें से पांच जवानों को कीर्ति चक्र के लिए चुना गया है जिनमें से तीन को यह पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किया जाएगा।
जिन जवानों को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जा रहा है उनमें गोरखा राइफल्स के हवलदार गिरिस गुरंग, नगा रेजीमेंट के मेजर डेविड मनलुन और सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन के कमांडेंट प्रमोद कुमार शामिल हैं।
इनके अलावा गढ़वाल राइफल के मेजर प्रीतम सिंह कुंवर और सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन कुमार चीता को भी कीर्ति चक्र के लिए चुना गया है।
कीर्ति चक्र वीरता के लिए दिया जाने वाला दूसरा शीर्ष पदक है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों से मुठभेड़ में 9 गोलियां लगने के बाद चेतन चीता गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर लाया गया था। उनके सिर में गंभीर चोटें थी।
शरीर के ऊपरी हिस्से में कई जगहों पर फ्रैक्चर भी हुआ था। दाईं आंख भी चली गई थी। शुरुआत में उन्हें श्रीनगर के आर्मी अस्तपाल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें एयर एंबुलेंस के ज़रिये दिल्ली में एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने जिंदगी से जंग जीत ली थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कांविंद ने इस साल सैन्य और अर्धसैन्य बल के जवानों को दिये जाने वाले कुल 112 वीरता पुरस्कारों की सूची को मंजूरी प्रदान की है।
हालांकि सरकार ने इस साल वीरता सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र के लिये किसी नाम की घोषणा नहीं की है। राष्ट्रपति ने पांच कीर्ति चक्र, 17 शौर्य चक्र, 85 सेना पदक(वीरता), तीन नौसेना पदक और दो वायु सेना पदक के विजेताओं की सूची को मंजूरी प्रदान की है।
शांति काल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र के लिए कोई एलान नहीं हुआ है।