कांग्रेस ने कहा आरएसएस के कार्यालयों पर तिरंगा फहराने की वीडियोग्राफी हो
भोपाल| मध्य प्रदेश के मदरसा बोर्ड द्वारा स्वाधीनता दिवस के मौके पर सभी मदरसों में ध्वजारोहण कर उसकी तस्वीरें बोर्ड को भेजने के आदेश पर कांग्रेस ने कहा है कि सरकार को एक अन्य आदेश जारी कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर स्थित मुख्यालय और प्रदेश के कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करानी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, “आरएसएस राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान से परहेज करता है। जो लोग राष्ट्रवाद और राष्ट्रगान की बात करते हैं, उनकी कलई नौ अगस्त, 2017 को भोपाल में तब खुल गई, जब भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर हुए समारोह में न तो तिरंगा दिखाई दिया और न ही आंदोलन के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर ही दिखी।”
उन्होंने कहा, “मुख्य समारोह में मंच पर लगे बैकड्रॉप में सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान के फोटो थे। पूरे शहर में लगे होर्डिग में भी यही दो फोटो थे। जिन लोगों के पितृ संगठन ने इस आंदोलन में भाग न लेकर अंग्रेजों का साथ दिया, वे लोग आज स्वाधीनता संग्राम की बात कर रहे हैं।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राष्ट्रभक्तों का यह सुनियोजित षड्यंत्र आजादी के इतिहास के साथ न केवल छेड़छाड़ है, बल्कि नई पीढ़ी को गुमराह करने की साजिश है।