नई दिल्ली। पिछले सप्ताह गुजरात के बनासकांठा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के काफिले पर हुए हमले को लेकर लोकसभा में मंगलवार को जोरदार हंगामा हुआ।
कांग्रेस ने यह मुद्दा उठाया, जिस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, लेकिन उन्होंने सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करके खुद को खतरे में डाला।
सिंह ने पथराव की निंदा करते हुए राहुल पर बुलेट प्रूफ कार कार में यात्रा न करने, और दौरे के लिए एक साधारण वाहन का इस्तेमाल कर अपनी सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
सिंह ने कहा कि राहुल विदेश यात्राओं पर भी उन्हें मिले एसपीजी को लेकर नहीं जाते। उन्होंने सवाल किया कि वह क्या छिपा रहे हैं।
सिंह ने लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा चार अगस्त को गुजरात में कांग्रेस उपाध्यक्ष पर हुए ‘घातक हमले’ का मुद्दा उठाने के बाद यह बात कही।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्न काल में खड़गे को यह मुद्दा उठाने की इजाजत देते हुए साथ ही स्पष्ट किया कि वह स्थगन प्रस्ताव की अनुमति नहीं दे रहीं हैं।
खड़गे ने कहा, “वह बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा कर रहे थे.. उन पर जानलेवा हमला किया गया। सौभाग्य से वह बच गए।”
खड़गे ने कहा, “सरकार कहती है कि कश्मीर में आतंकवादी पथराव कर रहे हैं। राहुल गांधी की कार पर किस प्रकार के आतंकवादियों ने हमला किया? क्या वे कश्मीर से थे? क्या गुजरात में भाजपा कार्यकर्ता आतंकवादी बन गए हैं।”
खड़गे की इन टिप्पणियों का सत्ता पक्ष ने जोरदार विरोध किया।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की आतंकवादियों से तुलना करना गलत है।
खड़गे ने कहा, “वह एक शहीद के बेटे हैं..हम किसी से भी नहीं डरने वाले।”
इस पर सिंह ने सवाल किया कि राहुल ने एसपीजी द्वारा उन्हें मुहैया कराई गई बुलेट प्रूफ कार का इस्तेमाल क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहा, “उन्होंने पुलिस की बात नहीं सुनी, बल्कि उन्होंने अपने निजी सचिव की सलाह पर अमल किया।”
सिंह ने कहा, “भीड़ में से किसी ने एक पत्थर फेंका। उन्हें चोट नहीं लगी, बल्कि एक सुरक्षाकर्मी घायल हुआ। जांच जारी है, एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और वह न्यायिक हिरासत में है।”
सिंह ने कहा कि गुजरात में अपने दौरे के अगले चरण में भी राहुल ने बुलेट प्रूफ कार का प्रयोग नहीं किया। सिंह ने कहा कि राहुल पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, “पिछले दो वर्षो में करीब 100 बार।”
सिंह ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी उस इलाके के दौरे पर गए थे, लेकिन किसी ने उनका विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सोचना चाहिए कि राहुल पर हमला क्यों किया गया।
सिंह की टिप्पणियों से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए।
हंगामा न रुकते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। लेकिन बाद में फिर से कार्यवाही शुरू होते ही सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।