देवीधुरा में खेली गई 8 मिनट तक फल-फूल से बग्वाल, फिर भी 334 जख्मी
चंपावत। रक्षाबंधन पर चंपावत जिले के देवीधुरा में होने वाला ऐतिहासिक बग्वाल सोमवार को एक बदलाव के साथ संपन्न हुआ। इस बार बग्वाल पत्थर नहीं बल्कि फल-फूल से खेली गई।
चार खामों, सात थोकों के बीच चले इस प्राचीन युद्ध को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। बता दें कि फल-फूल से खेलने के बावजूद भी 334 लोग इस युद्ध में जख्मी हो गए।
वहीं आठ मिनट तक फल-फूलों से हुए इस बग्गल युद्ध में चार खामों के 334 से ज्यादा रणबांकुरों को चोट लगी।साथ ही वालिक खाम के योद्धा और भीमताल के विधायक रामसिंह कैड़ा भी बग्वाल खेलते-खेलते जख्मी हो गए।
हालंकि चोट लगने के बावजूद उन्होंने कहा कि कोई दर्द नहीं हो रहा है। इन योद्धाओं का कहना है खाम बग्वाल तो फल-फूल से खेलते हैं लेकिन यह फल-फूल आसमान में जाकर पत्थर में तब्दील हो जाते हैं और यही माँ का चमत्कार है।
वहीं मां बाराही को एक इंसान के बराबर रक्त देकर ये लोग अपने आप को भाग्यशाली बताते है।