नीतीश ने कहा मोदी से मुकाबले की क्षमता में कोई नहीं, खुद को बताया जनता का नेता
मुख्यमंत्री नीतीश ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ
पटना| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि अभी उनसे मुकाबला करने की क्षमता किसी में नहीं है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र की सत्ता पर अभी कोई दूसरा काबिज नहीं होगा।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर परोक्ष तौर से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमें ‘कास्ट बेस’ पर नहीं, बल्कि ‘मास बेस’ पर भरोसा है।
नई सरकार बनाने के बाद पहली बार आयोजित संवाददाता सम्मेलन में नीतीश ने कहा, “हाल के दिनों में महागठबंधन में जो परिस्थिति उत्पन्न हो गई थी, उसमें त्यागपत्र देने के अलावा कोई और विकल्प ही नहीं था। बिहार के हित में जो सही फैसला था, वह हमने लिया है।”
उन्होंने कहा, “मैं शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ था और बिहार में भ्रष्टाचार की बातें पूरे देश में चर्चा होने लगी थी, जिससे बिहार की बदनामी हो रही थी। जिनके ऊपर आरोप लगे थे, उन्होंने स्पष्टीकरण देने से इंकार कर दिया। मैंने कभी किसी से इस्तीफा नहीं मांगा था। मैंने कई बार कहा कि स्थिति स्पष्ट करें, जनता के सामने स्पष्टीकरण जरूरी होता है। मेरी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और यह पार्टी का फैसला था।”
उन्होंने कहा, “उस समय हमारे पास दो ही विकल्प थे या तो भ्रष्टाचार से समझौता कर लेते, जो हमारे लिए संभव नहीं था।” उन्होंने माना कि अभी उनके ऊपर कई आरोप लगाए जाएंगे, परंतु वह आरोपों से घबराते नहीं।
वर्ष 2019 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखे जाने के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, “कोई दूसरा काबिज नहीं होगा। उनके (मोदी) अलावा कोई और हो ही नहीं सकता। अभी उनसे मुकाबला करने की किसी में क्षमता नहीं है।”
उन्होंने हालांकि नरेंद्र मोदी को नेता मानने संबंधित एक प्रश्न को टाल दिया। उन्होंने लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर कहा, “मैं जाति का नहीं, जनता का नेता हूं। हमें ‘कास्ट बेस’ पर नहीं, बल्कि ‘मास बेस’ पर भरोसा है।”
उन्होंने कहा, “पूरे बिहार में घूम-घूमकर मैंने बेनामी संपत्ति पर कार्रवाई करने की मांग की थी और जब कार्रवाई होने लगी थी, तब मैं कैसे उसे नकार सकता था।”
राजद द्वारा मुख्यमंत्री बनाए जाने पर पलटवार करते हुए नीतीश ने कहा, “मैं किसी की कृपा से मुख्यमंत्री नहीं बना, लेकिन मुझे जनता की परवाह है। मैं कभी किसी के बताए गलत रास्ते पर नहीं चल सकता।”
जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने उपराष्ट्रपति चुनाव से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में गोपालकृष्ण गांधी का ही समर्थन करेगी।
यह निर्णय लिया जा चुका है, निर्णय से वापस होने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने यह भी कहा कि इससे भाजपा को भी कोई परेशानी नहीं है। उल्लेखनीय है कि राजग ने वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया है।
नीतीश ने कथित धर्मनिरपेक्ष दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता एक विचार है। उन्होंने कहा, “धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र पर मुझे पक्का यकीन है और हमें किसी पार्टी से इसके लिए ‘सर्टिफिकेट’ की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने सधे अंदाज में सवालिया लहजे में कहा कि धर्मनिरपेक्षता का चादर ओढ़कर संपत्ति अर्जित करें। क्या यही धर्मनिरपेक्षता है?” उन्होंने कहा, “हमलोग काम करने पर यकीन करते हैं और समाज के हर तबके के लिए काम करता हूं।”