पनामा मामले में नवाज शरीफ दोषी, जाएगी पीएम की कुर्सी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने पनामागेट मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार दिया है। पांच जजों की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा कि नवाज शरीफ के खिलाफ इस मामले में मुकदमा चलाया जाना चाहिए। बैंच ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया है।
इस फैसले के बाद अब नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नहीं रह सकते थे। इसलिए नवाज शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और केंद्रीय मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर दिया।
बता दें कि इस मामले में नवाज शरीफ समेत उनके परिजनों पर काला धन छुपाने, भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग के आरोप थे। इनहीं मामलों में उनको और उनके परिजनों को दोषी पाया गया है।
इससे पहले 21 जुलाई को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया। जस्टिस एजाज अफजल की अध्यक्षता में पांच न्यायाधीशों की पीठ ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
क्या हैं पनामा पेपर:
हाल ही में लीक हुए पनामा पेपर पनामा (मध्य अमेरिका का एक देश) स्थित मोजैक फोंसेका नामक फर्म के वो दस्तावेज हैं जो निवेशकों को कर बचाने, काले पैसे को सफेद करने और अन्य कामों से जुड़े होते हैं।
पनामा पेपर्स इस तरह से काम करने वाला अपने आप में दुनिया का एक बड़ा संगठन है। बीते एक साल में करीब 80 देशों के 100 से अधिक मीडिया संगठनों के 400 पत्रकारों ने दस्तावेजों का गहन शोध किया है।
मीडिया के जो बड़े संगठन इसमें शामिल हैं उनमें बीबीसी, गार्जियन, Süddeutsche Zeitung और फॉल्टर जैसे बड़े बैनरों ने भी इस परियोजना पर काम किया है।