37 साल की महिला कांवरिया का श्रद्धालुओं को इंतजार, ‘साइकिल’ से कर चुकी हैं तीर्थयात्राएं
नई दिल्ली। कृष्णा बम 66 साल की सेवानिवृत शिक्षिका हैं। ये पिछले 37 सालों से सुल्तानगंज गंगा घाट से बाबा नगरी देवघर के लिए जल लेकर जाती हैं।
सुल्तानगंज घाट पर देवघर रवाना होने से पहले कृष्णा बम ने रविवार को बताया कि भगवान शिव की भक्ति सर्वश्रेष्ठ हैं। देवघर जाने में पहले उन्हें जहां 13 घंटे लगते थे अब भीड़ और सुरक्षा के कारण 17 घंटे लग रहे हैं।
उन्होंने बताया, ”1981 से मैं हर साल देवघर लगतार जा रही हूं। यह उर्जा मुझे भगवान शिव से मिली है। कैलाश मान सरोवर में भी भगवान शिव का अद्भूत दर्शन हुआ था।” कृष्णा का कहना है कि वे दंडवत भी देवघर जा चुकी हैं। इसके अलावा वैष्णो देवी, कामख्या आदि जगहों की यात्रा कई बार साइकिल से कर चुकी हैं।
कृष्णा को लोग माता बम भी कहते हैं। उनके दर्शन का इंतजार शहरवासियों के अलावे अन्य कांवरियों को भी रहता है। नियंत्रण कक्ष के आसपास भी इनके दर्शन के लिए भीड़ लगी रहती है। माता बम का पांव छूकर आशीर्वाद प्राप्त कर भक्त अपने को धन्य समझते हैं।
गंगा घाट से देवघर तक भक्त इनके इंतजार में राह में खड़े रहते हैं। जगह-जगह इनके दर्शन के लिए उमड़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस जवान को पहल
करनी पड़ती है।