धर्मनगरी हरिद्वार से कांवड़ तो चले गए पर पीछे छोड़ गए ढेर सारी गंदगी
हरिद्वार। भगवान शिव का प्रिय मास सावन आते ही भक्तों का कांवड़ मेला संपन्न हो गया है, शिवभक्त कांवड़ लेकर बाबा भोले के धाम कई जगहों पर पहुंच रहे हैं। वहीं हरिद्वार भी श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंच रहे हैं। लेकिन शिवभक्तों के जाने के बाद हरिद्वार की आबोहवा पूरी तरह से बदल गई है।
चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा है और आने वाले यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी काफी दिक्ततों का सामना करना पड़ रहा है। आलम ये है कि तमाम गंगा घाटों पर गंदगी के ढेर जमा हो गए हैं।
शहर में चारों तरफ कूड़े के अंबार लगे हैं जिसके बाद नगर निगम को कड़ी मेहनत करके इसे साफ करना होगा। हरिद्वार की हर की पौड़ी पर गंगा सभा खुद ही कूड़ा उठाकर फेंक रही है। गंगा सभा का और आने वाले यात्रियों का कहना है कि कांवड़ मेला समाप्त होने के बाद गंदगी से बहुत परेशानी हो रही है। नगर निगम इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
हर साल आने वाले इन कांवडिय़ों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसके बाद शहर की व्यवस्था बिगड़ जाती है। सबसे बड़ी बात है कि इस गंदगी से अब बीमारी होने का खतरा पैदा हो गया है। हालांकि, नगर निगम के मेयर का कहना है कि रविवार तक शहर के कूड़े को हटा दिया जाएगा।
आपको बता दें कि इस बार कांवडिय़ों की संख्या हरिद्वार में लगभग चार करोड़ के आसपास पहुंची थी। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले काफी बड़ी है। सरकार और प्रशासन को हर साल व्यवस्थाओं में और बढ़-चढक़र काम करने होंगे और हर साल होने वाले मेले के लिए स्थायी सुविधा का इंतजाम करना होगा।