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आरआईएल का मुनाफा 40 सालों में 10 हजार गुणा बढ़ा : अंबानी 

पिता धीरुभाई अंबानी की स्थापित रिलायंस इंडस्ट्रीज 

मुंबई| अपने पिता धीरुभाई अंबानी द्वारा 1977 में स्थापित रिलायंस इंडस्ट्रीज की लंबी यात्रा के बारे में बात करते हुए कंपनी के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि इस अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ सूचकांक 10,000 गुणा बढ़ गया है।

अंबानी ने कंपनी की 40वीं आम सभा में शेयरधारकों को बताया कि एक कपड़ा स्टार्ट अप कंपनी के रूप में शुरुआत करने वाली रिलांयस इंडस्ट्रीज का मुनाफा इस लंबी अवधि में 3 करोड़ रुपये से बढ़कर 30,000 करोड़ रुपये हो चुका है।

उन्होंने कहा, “आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 1977 में 10 करोड़ रुपये था, जोकि अब 5 लाख करोड़ रुपये है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 32 फीसदी रही है।”

अंबानी ने कहा, “रिलायंस इंडस्ट्रीज में साल 1977 में किया गया हरेक 1,000 रुपये का निवेश आज 16.5 लाख रुपये की कीमत का हो चुका है। आसान शब्दों में कहे तो कंपनी के शेयरधारकों की रकम पिछले 40 साल से हर ढाई साल में दोगुनी हुई है।”

आरआईएल के अध्यक्ष ने शेयरधारकों से कहा कि आरआईएल ने पिछले साल देश में जियो मोबाइल फोन का नेटवर्क सफलतापूर्वक लांच किया था। कंपनी का कारोबार 1977 में 70 करोड़ रुपये था, जो वर्तमान में बढ़कर 3.3 लाख करोड़ रुपये हो चुका है। इसमें 4,700 गुणा की वृद्धि हुई है।

अंबानी ने कहा कि साल 1977 में कंपनी में कुल 3,500 कर्मचारी थे जो आज बढ़कर दुनियाभर में 2,50,000 हो गए हैं।

आम सभा में कंपनी ने शेयरधारकों के लिए 1 अनुपात 1 में बोनस शेयर देने की घोषणा की, जिसके तरत हरेक शेयरधारक को एक शेयर पर एक शेयर मुफ्त दिए जाएंगे।

अंबानी भावुक होकर जब अपने पिता को याद करते हुए शेयरधारकों को संबोधित कर रहे थे, तो उस दौरान दर्शकों के बीच बैठी उनकी मां कोकिलाबेन अंबानी की आंखों में आंसू आ गए।

मुकेश अंबानी ने कहा, “मैं इन 40 सालों को केवल एक आदमी को समर्पित करता हूं वे संस्थापक अध्यक्ष धीरुभाई अंबानी हैं। मैं ऐसा महसूस करता हूं कि जैसे वे यहां बैठे हुए हैं और मुस्कुरा रहे हैं और मुझसे व आप सबसे बात कर रहे हैं।”

आम सभा में उन्होंने कहा कि आरआईएल ने पिछले महीने ब्रिटेन की प्रमुख ऊर्जा कंपनी बीपी के साथ साझेदारी की है और एक संयुक्त उद्यम के जरिये देश के ऊर्जा क्षेत्र में 6 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह आरआईएल के पिछले साल के कारोबार का प्रमुख हिस्सा रहा।

उन्होंने कहा, “आरआईएल और बीपी ने हाल ही में केजी (कृष्णा गोदावरी बेसिन) डी 6 ब्लॉक में नए क्षेत्रों से 3,000 अरब क्यूबिक फीट गैस के दोहन के लिए इस निवेश योजना को मंजूरी दी है।”

आरआईएल ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी, जिसमें मुनाफे में 9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

जून में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा 8,196 करोड़ रुपये रहा, जिसमें पेट्रोकेमिकल व्यापार के उच्च मार्जिन और गल्फ अफ्रीका पेट्रो की हिस्सेदारी बेचने का मुनाफे में प्रमुख योगदान रहा। कंपनी ने एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में कुल 7,548 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।

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