Vice Presidential Elections: नायडू के सामने गांधी, दोनों आज भरेंगे उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन
नई दिल्ली। NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुने गए केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू अपना नामांकन भरने के लिए निकल चुके हैं। उनके अलावा यूपीए उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी भी आज ही अपना नामांकन भरेंगे।
जानकारों को मानना है कि रामनाथ कोविंद की तरह वैंकेया नायडू की भी जीत लगभगय तय ही है। बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने का आज आखिरी दिन है। सोमवार शाम बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में वेंकैया नायडू के नाम पर मुहर लगाई गई।
वेंकैया 18 विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी के सामने होंगे। गोपाल कृष्ण गांधी भी आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिये राजग का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद एम. वेंकैया नायडू ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। उनके पास सूचना एवं प्रसारण और आवासीय एवं शहरी मामलों के दो मंत्रालय थे।
वेंकैया नायडू 11 बजे नामांकल दाखिल करेंगे
पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में वेंकैया नायडू के नामांकन करेंगे। चार नामांकन पत्रों का सेट पहले से ही तैयार कर लिया गया है। एक नामांकन पत्र पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 35 सांसदों के हस्ताक्षर पहले से ही पार्टी ने करवा लिए हैं। दूसरे नामांकन पत्र के सेट पर अरुण जेटली के नेतृत्व में पार्टी ने 35 लोगों के हस्ताक्षर करवाए हैं।
5 अगस्त को उपराष्ट्रपति का चुनाव
उपराष्ट्रपति का चुनाव 5 अगस्त को होना है। इसके लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 जुलाई यानी आज है। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
चार बार राज्यसभा के सांसद रह चुके वेंकैया नायडू
वेंकैया नायडू चार बार राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं। वह वर्तमान में राज्यसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके पास राज्यसभा का गहन अनुभव है। वह संसदीय कार्य मंत्री भी हैं, साथ ही उनके अन्य पार्टी के नेताओं से अच्छे रिश्ते हैं, ऐसे में राज्यसभा के संचालन में उनका यह अनुभव काफी काम आएगा।
गांधी से नायडू का मुकाबला
भूतपूर्व आईएएस अधिकारी रहे गोपालकृष्ण गांधी कई देशों में राजदूत और उच्चायुक्कत रहने के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं। ऐसे में एनडीए की तरफ से उन्हें चुनौती देने के लिए किसी कद्दावर चेहरे की जरूरत थी।