विंबलडन: 8वीं बार चैम्पियन बने फेडरर रिकॉर्ड, पछाडा़ राफेल नडाल को
लंदन। दिग्गज टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने क्रोएशिया के मारिन सिलिक को आसानी से हराकर स्लैम-विंबलडन का पुरुष एकल खिताब जीत लिया है। ऑल इंग्लैंड क्लब में फेडरर की यह रिकार्ड आठवीं खिताबी जीत है।
इसके साथ ही फेडरर ने ओपन एरा में पीट सैंप्रास और ओवरऑल ब्रिटेन के महान खिलाड़ी विलियम रेनशॉ के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया। फेडरर का 19वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के मामले में वह स्पेन के राफेल नडाल (15 खिताब) से चार खिताब आगे निकल आए हैं।
फेडरर ने ओपन एरा में सर्वाधिक आयु में विंबलडन खिताब जीतने का रिकॉर्ड भी कायम किया। उन्होंने 35 साल 342 दिन की आयु में यह खिताब जीता है। ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम करने की दिशा में फेडरर ने 2014 में जापान के केई निशिकोरी को हराकर अमेरिकी ओपन जीत चुके सिलिक को 6-3, 6-1, 6-4 से हराया। इस साल आस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीत चुके फेडरर विंबलडन में रिकॉर्ड 11वां फाइनल खेलते हुए एक बार फिर विजेता बने।
पहले सेट की शुरुआत में सिलिक ने अपना क्लास दिखाया और एक समय 2-2 की बराबरी पर पहुंच गए थे लेकिन बाद में वह फेडरर के अद्वितीय क्लास और अनुभव के आगे बेबस नजर आए। फेडरर ने यह सेट 6-3 से अपने नाम कर मैच को दूसरे सेट तक बढ़ाया। फेडरर ने इससे पहले 2003, 2004, 2005, 2006, 2007, 2009 और 2012 में यहां चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया था।
दूसरा सेट सिलिक के लिए और भी निराशाजनक साबित हुआ। वह इस सेट में सिर्फ एक गेम जीत सके। फेडरर ने अपना वर्चस्व कायम करते हुए यह सेट 6-1 से जीता और यह जता दिया कि उनके अनुभव और क्लासिक टेनिस के आगे सिलिक की तेजतर्रार सर्विस की एक नहीं चलने वाली है।
तीसरे और निर्णायक सेट में सिलिक ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। फेडरर ने इसके बाद दो गेम जीतते हुए 3-3 की बराबरी और फिर 5-3 से आगे हो गए। सिलिक ने स्कोर 4-5 कर मैच को रोमांच देने का प्रयास किया, लेकिन फेडरर ने यहां अपने अनुभव का कमाल दिखाते हुए सिलिक को वापसी का मौका नहीं दिया
हार के बाद फेडरर को मिली जीत
वह 2014, 2015 में भी फाइनल में पहुंचे थे लेकिन सर्बिया के नोवाक जोकोविक के हाथों हार गए। इसके अलावा 2016 में वह सेमीफाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक के हाथों हार गए थे।