भ्रष्टाचार का आरोप राजनीतिक साजिश, महागठबंधन अटूट : तेजस्वी
पटना| भ्रष्टाचार के आरोपों का सामाना कर रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने बुधवार को इसे ‘राजनीतिक साजिश’ करार देते हुए कहा कि यह न केवल लालू प्रसाद के परिवार को, बल्कि बिहार को बदनाम करने की साजिश है।
तेजस्वी ने कहा कि यह मामला 2004 का है और उस वक्त उनके पास न तो सत्ता थी और न ही पद था। उन्होंने महागठबंधन के टूटने की किसी भी आशंका से इनकार करते हुए कहा कि ‘यह अटूट है।’
मंत्रिमंडल की बैठक में भाग लेने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। जब मैं बड़ा हुआ, तब सत्ता मेरे पास आई। मामला जिस वक्त का है, उस वक्त मेरी उम्र 13-14 साल की थी, तो मैं क्या भ्रष्टाचार करूंगा! राजनीतिक साजिश रचकर मुझे फंसाने की कोशिश की गई। हमारी मूंछ तक नहीं आई थी, हम क्या गलत करेंगे?”
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है और आगे भी चलेगी। उन्होंने कहा, “महागठबंधन अटूट है। महागठबंधन पर कोई खतरा नहीं है।”
तेजस्वी ने मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा समर्थित कुछ ‘गुंडे’ लोग मीडिया में आ गए हैं, उन्हें निराशा हो रही है कि महागठबंधन टूट क्यों नहीं रहा?
उन्होंने कहा, “मेरे ऊपर आरोप नहीं है। यह षड्यंत्र है। यह झूठा और फर्जी आरोप है। हम जनता के बीच जाएंगे। जनता ने मुझे अपना विश्वास देकर यहां भेजा है। उस जनता के विश्वास का हम सम्मान करते हैं।”
लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी ने कहा कि उनकी नीति शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की रही है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्री रहने के कार्यकाल में राज्य में सबसे ज्यादा सड़क निर्माण का कार्य हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह बात तो सभी जानते हैं कि भाजपा लालू प्रसाद से डरती है, लेकिन केंद्र सरकार अब एक 28 साल के युवक से डर रही है।
उन्होंने कहा, “अमित शाह और नरेंद्र मोदी को जवाब दिया जाएगा और बिहार से ही नहीं, बल्कि पूरे देश से भाजपा का सफाया कर दिया जाएगा।” उन्होंने दावा किया कि बिहार के युवा, गरीब, नौजवान सभी उनके साथ हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े पटना, दिल्ली, रांची व गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की।
इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी तथा तेजस्वी यादव सहित कई अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
इसके बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा तेजस्वी से इस्तीफे की मांग को लेकर लगातार दबाव बना रही है।