जीएसटी समारोह का बहिष्कार करेगी कांग्रेस
नई दिल्ली | कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए शुक्रवार की मध्यरात्रि को संसद में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगी। कांग्रेस का कहना है कि इस वक्त देश जीएसटी लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है और आधी रात को होने वाले कार्यक्रम के लिए सेंट्रल हॉल का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और गुलाम नबी आजाद ने इसकी घोषणा की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस तरह के अवसर सिर्फ तीन बार आए हैं, जो देश की आजादी से जुड़े थे। कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही हिंसा की घटनाओं तथा किसानों की खुदकुशी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी साध रखी है।
नेताओं ने कहा कि आधी रात में जीएसटी को लागू करने को लेकर कार्यक्रम कर सरकार सुर्खियां बटोरने का प्रयास कर रही है। आजाद ने कहा कि सेंट्रल हॉल में आधी रात में कार्यक्रम सन् 1947, सन् 1972 तथा सन् 1997 में हुए थे, जो आजादी से संबंधित थे।
उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए शायद 1947, 1972 तथा 1997 मायने नहीं रखता है, क्योंकि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा नहीं लिया था।” पार्टी नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ‘जीएसटी के लिए देश अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है।’
उन्होंने कहा कि जीएसटी की संकल्पना कांग्रेस ने दी थी और भाजपा ने इसे सात वर्षो तक लागू नहीं होने दिया। शर्मा ने कहा, “हमने सरकार को बार-बार चेतावनी दी है कि यह न तो एक राष्ट्र-एक कर और न ही एक परिपूर्ण विधेयक है।”