प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में आपातकाल को याद किया
नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो क्रार्यक्रम मन की बात में आपातकाल की ‘कालीरात’ को याद किया, जब हजारों राजनीतिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और पूरा देश एक तरह से ‘जेल’ में तब्दील हो गया था।
अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में मोदी ने ईद व भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर राष्ट्र को बधाई दी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल गांव में सफाई की पहल और आंध्र प्रदेश के 71 ग्राम पंचायतों में 10,000 घरों में शौचालय निर्माण की तारीफ की। मोदी मौजूदा समय में अमेरिका में हैं।
उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग की पहुंच व जीईएम के सशक्तीकरण (सरकारी ई-मार्केटप्लेस) व मुद्रा जैसी योजनाओं को भी स्पर्श किया। उन्होंने लोगों को गुलदस्ता की जगह किताबें व खादी के रुमाल भेंट करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से सिर्फ अध्ययन के बजाय खेल के लिए प्रोत्साहित करने की भी बात कही।”
उन्होंने कहा, “25 जून, 1975 लोकतंत्र के इतिहास में ऐसी काली रात थी, जिसे कोई भी लोकतंत्र प्रेमी, कोई भी भारतीय भुला नहीं सकता। यह एक काला कालखंड है। आपातकाल में देश को जेलखाने में बदल दिया गया। विरोधी स्वर को दबोच दिया गया और प्रेस को पूरी तरह निष्प्रभावी कर दिया गया था।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “देश की न्याय व्यवस्था भी अपातकाल की उस भयावह छवि से बच नहीं पाई। वर्तमान के पत्रकारिता के छात्रों व लोकतंत्र के समर्थकों को लगातार स्मरणपत्रों के जरिए उस अंधेरी अवधि के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए, और यह काम जारी रखना चाहिए।”
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आपातकाल के एक वर्ष पूरा होने पर लिखी गई एक कविता भी पढ़ी, जिसमें उन्होंने आजादी वापस पाने की कामना की थी। वाजपेयी उस समय जेल में थे।
मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 33वें संस्करण में 17.5 लाख रुपये की सरकारी सहायता लौटाने और अपने बलबूते पर शौचालयों का निर्माण करने के लिए उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के एक छोटे-से गांव की सराहना की।
उन्होंने कहा, “रमजान के पवित्र महीने में मुसलमान भाइयों और बहनों ने सरकार को यह पैसा लौटा दिया। उन्होंने कहा कि इन शौचालयों का निर्माण अपने श्रम व अपने पैसे से करेंगे और यह 17 लाख रुपये की राशि गांव में दूसरी सुविधाओं के लिए खर्च की जाए।”
उन्होंने कहा, “मुझे यह देखकर खुशी हुई कि स्वच्छता अब एक सरकारी कार्यक्रम तक सीमित नहीं है। यह समाज व लोगों के जरिए एक आंदोलन में बदल रहा है।”
मोदी ने साथ ही आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले के ग्रामीणों की भी सराहना की, जिन्होंने 71 गांवों के लिए 100 घंटों में 10,000 शौचालयों का निर्माण कर रिकॉर्ड बनाया।’
मोदी ने इसरो को उनकी सफलता के लिए बधाई दी।
उन्होंने कहा, “यदि हमारे पैर योग पर टिके हैं तो हमारे सपने आकाश की सीमा को पार करने के हैं। कुछ दिनों पहले इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने अपने काटरेसैट-2 श्रृंखला के उपग्रह, एक नैनो उपग्रह और इटली, जर्मनी तथा फ्रांस सहित विभिन्न देशों के 29 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया।”
भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के मंगल मिशन ने 19 जून को 1,000 दिन पूरे कर लिए, जबकि शुरुआत में इसकी अवधि सिर्फ छह महीने मानी जा रही थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि बच्चे खेल में रुचि लेते हैं तो उन्हें मौके मिलने चाहिए और उन्हें खेल के मैदान से हटाकर किताब पढ़ने को मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “बच्चों को खेल के साथ में पढ़ाई करनी चाहिए। यदि वे पढ़ाई में अच्छा कर सकते हैं तो उन्हें निश्चित रूप से पढ़ना चाहिए। लेकिन यदि उनमें खेल में अच्छा करने की क्षमता है तो उन्हें स्कूल, कॉलेज परिवार व आसपास के लोगों द्वारा प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।”