उत्तराखंड । पूर्व सीएम हरीश रावत ने दलित उत्पीड़न के खिलाफ और विरोध में उपवास रखा साथ ही धरना दिया। धरने के दौरान ही कहा की देश में दलितों के कमजोरी का फायदा को ढाल बनाकर शोषण कर उनकी आवाज को दबा रहा है। कुछ ताकतें इनको तोड़ने का प्रयास कर रही हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि दलितों के लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त करने का काम हो रहा। जो बहुत ही गलत हो रहा है। इसलिए इसके विरोध में उपवास कर वह सामाजिक सौहार्द्ध बनाए रखने का संदेश देना चाहते हैं।
राज्य सरकार पर हमला करते हुए हरीश रावत ने बोला की डबल इंजन वाली सरकार ने अपने तीन माह के कार्यकाल में 12 मोर्चों पर गरीब विरोधी फैसले लिये हैं। पत्रकारों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी पर सवालों पर पूर्व सीएम बचते हुए नजर आये। उन्होंने साफ कहा की उनकों इसपर कुछ नहीं कहना।