शिवसेना की बैठक में होगा कोविंद के समर्थन पर फैसला
मुंबई | शिवसेना मंगलवार शाम पार्टी की एक बैठक कर रही है, जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समर्थन पर फैसला लिया जाएगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कोविंद की उम्मीदवारी पर चर्चा के लिए मंत्रियों, विधायकों व सांसदों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है।
इस बात के भी संकेत हैं कि शिवसेना अपने फैसले की घोषणा तत्काल नहीं कर सकती है और गुरुवार तक के लिए देखो और इंतजार करो की नीति पर चल सकती है, जब विपक्षी पार्टियां अपने उम्मीदवार पर फैसला लेंगी। शिवसेना की बैठक बात ठाकरे द्वारा भाजपा पर दलित वोट बैंक की राजनीति करने तथा वोट लेने के लिए कोविंद को उम्मीदवार बनाने के आरोप के एक दिन बाद सामने आई है।
पार्टी के 51वें स्थापना दिवस के मौके पर सोमवार रात एक रैली के दौरान ठाकरे ने कहा था, “अगर उन्होंने दलित वोट लेने के लिए कोविंद को उम्मीदवार बनाया है, तो हमें उसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। शिवसेना इस तरह की वोट बैंक राजनीति से हमेशा अलग रही है। उन्होंने कहा कि अगर अगला राष्ट्रपति केवल दलितों के लिए ही नहीं, बल्कि देश के तमाम लोगों के लिए लाभकारी होगा, ‘तो किसी को भी राष्ट्रपति बनाइए, हम खुले तौर पर समर्थन करेंगे।’
चुनाव मैदान में दलित उम्मीदवार उतारने से शिवसेना के लिए विचित्र स्थिति पैदा हो गई है और अटकलें हैं कि कांग्रेस पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार या महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे को चुनाव मैदान में उतार सकती है, क्योंकि दोनों ही दलित समुदाय से हैं।
अगर मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया जाता है, तो कोविंद का समर्थन न करना शिवसेना के लिए मुश्किल होगा। लेकिन अगर शिंदे को उम्मीदवार बनाया गया, तो वह महाराष्ट्र के निवासी के मुद्दे पर उनका समर्थन कर सकती है।