हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में भारत की अगली भिड़ंत कनाडा से
लंदन | अपने पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम हॉकी वर्ल्ड लीग (डब्ल्यूएचएल) सेमीफाइनल्स के दूसरे मैच में कनाडा टीम से भिड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हॉकी विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारतीय टीम के लिए 11वें स्थान पर काबिज कनाडा टीम को हराना मुश्किल नहीं होगा।
हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफानल्स की शुरुआत से पहले दो अनुभवी खिलाड़ियों रुपिंदर पाल सिंह और एस.के. उथप्पा के बाहर होने के कारण भारतीय टीम पर इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव नजर आ रहा था, लेकिन स्कॉटलैंड के खिलाफ खेले गए मैच से भारत ने स्वयं को प्रबल दावेदार साबित किया है।
रुपिंदर और उथप्पा के बाहर जाने से भारतीय टीम के प्रदर्शन में कमी के सवाल पर कोच रोलेंट ओल्टमैंस ने कहा था कि इस साल फरवरी से ही इस टूर्नामेंट की तैयारी के लिए प्रयास कर रहे हैं। टीम के पास कई विकल्प हैं और इसलिए, रुपिंदर और उथप्पा का टीम में न होना इस टूर्नामेंट में भारत के प्रदर्शन को प्रभावित नहीं करेगा।
कोच ओल्टमैंस की बात को भारतीय टीम ने सही साबित किया और वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स के पहले मैच में स्कॉटलैंड को 4-1 से मात दी। इस मैच में भारत के लिए रमनदीप सिंह ने दो और आकाशदीप सिंह, हरमनप्रीत सिंह ने एक-एक गोल किया।
कनाडा से मैच के बाद भारत की सामना 18 जून को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा और इस मैच का टीम के साथ-साथ खेल प्रेमियों को भी बेसब्री से इंतजार है। टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले कोच ओल्टमैंस ने कहा था कि अगर भारतीय टीम को जीत हासिल करनी है, तो उसे अधिक से अधिक गोल दागने होंगे।
भारत के लिए टूर्नामेंट को जीत पाना आसान नहीं होगा, क्योंकि इसमें विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज अर्जेटीना और चौथे स्थान पर शामिल नीदरलैंड्स जैसी बेहतरीन टीमें भी खेल रही हैं। नीदरलैंड्स ने अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान को हराया है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच के बाद भारत का सामना 20 जून को नीदरलैंड्स से होगा, जो भारतीय टीम की खिताबी जीत में सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है।