किसान हिंसा बाद दशहरा मैदान से शिवराज चलाएंगे सरकार
भोपाल | मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि वह किसान आंदोलन के हिंसक होने से दुखी हैं, और बातचीत के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार से वह बल्लभ भवन (मंत्रालय) में न बैठकर भेल दशहरा मैदान में बैठेंगे और शांति बहाली के लिए उपवास रखेंगे।
शिवराज ने अपने आधिकारिक आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “राज्य सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। बीते दिनों किसान हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। प्याज की बंपर पैदावार के चलते सरकार आठ रुपये प्रति किलोग्राम प्याज खरीद रही है, तुअर, मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का फैसला किया है।
इतना ही नहीं लागत के आधार पर मूल्य तय करने के लिए आयोग बनाया गया है।” उन्होंने आगे कहा, “किसानों पर जब भी समस्या आई, वे उनके पास खेतों तक गए और उसका समाधान करने की कोशिश की।
मुआवजा दिया, बीमा राशि बांटी। इतना ही नहीं किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज दिया जा रहा है। मगर आंदोलन के नाम पर हिंसा व अराजकता फैलाने वालों से निपटा जाएगा।” चौहान ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं, और इसीलिए वह शनिवार 11 बजे से भेल के दशहरा मैदान में बैठेंगे। वह वहां आम आदमी, किसानों से चर्चा करेंगे। इस दौरान शांति बहाली के लिए
अनिश्चितकालीन उपवास पर रहेंगे। उनकी सरकार बल्लभ भवन से नहीं, बल्कि दशहरा मैदान से चलेगी, वहां बैठकें होंगी, फैसले लिए जाएंगे। चौहान ने आंदोलनकारी किसानों से भी आह्वान किया है कि वे चर्चा के लिए आएं और अपनी बात रखें। उनसे चर्चा के लिए सारे रास्ते खुले हुए हैं, ताकि उनकी समस्या का समाधान किया जा सके।