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किसान आंदोलन में आठ मरे, तिरंगे में निकली किसान शवयात्रा

इंदौर | मध्य प्रदेश के किसान नेताओं ने दावा किया है कि मंदसौर में मंगलवार को किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बीच सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में पांच नहीं आठ किसानों की मौत हुई है और सरकार मौत का आंकड़ा छिपाने में लगी है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दमनात्मक कार्रवाई न रुकने पर जेल भरो आंदोलन और हर गांव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रतीकात्मक ‘शवयात्रा’ निकालने का ऐलान किया है।

राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ, आम किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन सहित अन्य संगठनों के नेताओं ने बुधवार को यहां संयुक्त पत्रकार वार्ता की। इस मौके पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने मंदसौर की घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

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उन्होंने कहा, “वहां गोलीबारी में पांच नहीं आठ किसानों की मौत हुई है। सरकार मौतों का आंकड़ा छिपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है।” आम किसान यूनियन के संस्थापक सदस्य केदार सिरोही ने कहा, “राज्य में सरकार किसानों को असामाजिक तत्व बताकर दोहरा प्रहार कर रही है। एक तरफ उन पर दमनात्मक कार्रवाई जारी है, वहीं किसानों को बदनाम भी कर रही है।”

सिरोही ने कहा, “सरकार द्वारा किसानों पर जारी दमनात्मक कार्रवाई नहीं रुकी तो पूरे प्रदेश में जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा और राज्य के सभी 53 हजार गांव में मुख्यमंत्री चौहान की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकाली जाएगी।”

ज्ञात हो कि आंदोलनरत किसानों पर मंगलवार को मंदसौर में गोलीबारी की गई, जिसमें आधिकारिक तौर पर पांच किसानों की मौत हो गई। दूसरी ओर स्थानीय लोग मारे गए किसानों की संख्या आठ तक बता रहे हैं। गोलीबारी में पाटीदार समाज छह किसानों दो अन्य प्रदर्शनकारी किसानों की मौत का दावा किया जा रहा है।

मंदसौर प्रशासन से लेकर राज्य सरकार तक मारे गए किसानों की वास्तविक संख्या छिपाने में लगी हुई है और अब तक किसी अधिकारी ने यह भी नहीं बताया है कि गोली चलाने का आदेश किसने दिया।

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