सरकार की ना के बावजूद भारत-पाक मैच पर बीसीसीआई-पीसीबी की बैठक
नई दिल्ली | केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने सोमवार को भारत तथा पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों के बीच किसी भी सीरीज की सम्भावना को नकार दिया। गोयल के मुताबिक पाकिस्तान जब तक आतंकवादियों को मदद पहुंचाना बंद नहीं करेगा, तब तक इसकी कोई सम्भावना नहीं है।
खेल मंत्री का यह बयान सोमवार सुबह ही आ गया था लेकिन बावजूद इसके भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के शीर्ष अधिकारियों ने दोपहर में दुबई में आपसी क्रिकेट रिश्तों की बहाली की सम्भावनाओं को लेकर बैठक की।
बीसीसीआई का कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह बैठक सोहार्दपूर्ण रही।
बयान में कहा गया है, “बीसीसीआई और पीसीबी के प्रतिनिधि दुबई में मिले और अपनी-अपनी बात रखी। यह बैठक काफी अच्छी रही” वहीं, दूसरी तरफ खेल मंत्री ने साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं कर देता, तब तक भारत सरकार द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज को फिर से शुरू करने की अनुमति नहीं देगी।
संवाददाताओं को दिए एक बयान में सोमवार को गोयल ने कहा, “बीसीसीआई को सरकार से सलाह के बाद ही इस संबंध में कोई सुझाव या प्रस्ताव पेश करना चाहिए।”
गोयल ने कहा, “जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, तब तक दोनों देशों के बीच कोई भी सीरीज सम्भव नहीं हो पाएगी। खेल और आतंकवाद एक साथ कभी नहीं चल सकते।”
भारत और पाकिस्तान की टीमें हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक-दूसरे के साथ खेलना जारी रखेंगी।एक जून से शुरू हो रहे चैम्पियंस ट्रॉफी टूनार्मेंट में भारत और उसके चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान का सामना चार जून को बर्मिघम में होगा।
गोयल ने कहा, “जहां तक विभिन्न टूनार्मेंटों की बात है, हमारा उन पर कोई नियंत्रण नहीं है। इसलिए, दोनों देश इन टूनार्मेंटों में एक-दूसरे के साथ खेलना जारी रखेंगे।” इससे पहले, बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव चौधरी ने कहा था कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला तभी मुमकिन हैं जब भारतीय सरकार इसकी इजाजत देगी।
चौधरी ने एक समाचार चैनल से कहा, “हम पाकिस्तान के साथ श्रृंखला खेलने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह तभी मुमकिन होगा तब सरकार इसकी मंजूरी देगी। सरकार की मंजूरी के बिना सीरीज मुमकिन नहीं हैं।”
पिछली बार पाकिस्तान और भारत के बीच दिसम्बर, 2012 में द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन हुआ था। इस श्रृंखला के लिए पाकिस्तान की टीम भारत आई थी और दोनों टीमों के बीच तीन वनडे सीरीज और दो टी-20 सीरीज खेली गईं थी।
भारत ने 2007 के बाद से पाकिस्तान के साथ पूर्ण रूप से कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है। इस साल पाकिस्तान की टीम ने भारत दौरे के दौरान पांच वनडे और एक टेस्ट मैच खेला था। हालांकि, राजनीतिक संबंधों में खटास और सीमा पर हुए हमलों के कारण दोनों देशों के बीच किसी भी द्विपक्षीय सीरीज पर रोक लग गई।
हाल ही में बीसीसीआई ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से आग्रह किया था कि वह चैम्पियंस ट्रॉफी टूनार्मेंट में पाकिस्तान को उसके साथ एक पूल में न शामिल करे।
भारत और पाकिस्तान ने छह द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस सीरीज की शुरूआत 2015 से होनी थी। आईसीसी के फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम के अनुसार, भारतीय टीम को इस साल के अंत में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय श्रृंखला खेलनी है।
पिछले साल पीसीबी ने भारत को यूएई में सीरीज खेलने का प्रस्ताव दिया था लेकिन बीसीसीआई ने इसके लिए मना कर दिया था। इसके बाद पीसीबी ने बीसीसीआई को तीन मई को कानूनी नोटिस भेजा था।