देश में पिछले 3 वर्षो में हुआ आर्थिक सुधार : मोदी
गांधीनगर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत में आधार कार्ड और जन धन योजनाओं की मदद से पिछले तीन वर्षो में खासा सुधार हुआ है। मोदी ने यहां अफ्रीकी विकास बैंक की 52वीं वार्षिक बैठक के उद्घाटन के दौरान कहा, “राजकोषीय घाटा, भुगतान संतुलन घाटा तथा मुद्रास्फीति में कमी आई है, जबकि जीडीपी विकास दर, विदेशी मुद्रा भंडार और सार्वजनिक पूंजी निवेश में बढ़ोतरी हुई है।”
मोदी ने कहा कि भारत ने विकास के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल की है और पिछले तीन वर्षो की रणनीतियां वह अफ्रीका के साथ साझा कर सकता है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के पथ पर अग्रसर होने में सार्वभौमिक बैंकिंग और बायोमीट्रिक पहचान मुख्य कारक रहे।
उन्होंने कहा, “हमने सबसे पहले बैंकिंग प्रणाली में बदलाव किया। हमने जनधन योजना शुरू की, जिसके तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में रह रहे 28 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले गए। इस पहल के जरिए देश के प्रत्येक परिवार का बैंक खाता है।”
मोदी ने कहा कि हमारी दूसरी प्रमुख योजना बायोमीट्रिक पहचान प्रणाली ‘आधार’ है। उन्होंने कहा, “इससे अयोग्य लोगों को सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने से रोका जा सकता है। इससे हम यह सुनिश्चित करते हैं कि पात्र लोगों को ही इसका लाभ मिले।”
मोदी ने कहा कि गरीबों को सीधे उनके खाते में सब्सिडी देने से देश की काफी वित्तीय बचत हुई है।
उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका का सहयोग क्षेत्र में लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा, “अफ्रीका के साथ भारत की भागीदारी सहयोग के मॉडल पर आधारित है। 2014 में पद संभालने के बाद मैंने देश की विदेशी और आर्थिक नीति के लिए अफ्रीका को शीर्ष प्राथमिकता बताया।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद प्रधानमंत्री बनने के बाद से छह अफ्रीकी देशों की यात्रा की है। ऐसा कोई भी अफ्रीकी देश नहीं है, जहां पिछले तीन वर्षो में सरकार के मंत्री नहीं गए हों।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षो में अफ्रीका व भारत का व्यापार कई गुना बढ़ा है और यह पिछले पांच वर्षो में दोगुना होकर 2014-15 में 72 अरब डॉलर रहा। मोदी ने कहा कि भारत और अफ्रीका दोनों के समक्ष चुनौतियों में किसानों और गरीबों को गरीबी के दायरे से ऊपर उठाना और महिलाओं का सशक्तिकरण करना है।