म्यांमार से अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की अपील
यांगून | म्यांमार में विभिन्न धर्मो के बीच बढ़ते तनाव के बीच मानवाधिकार संस्था ह्यूम राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने सोमवार को यांगून से तमाम अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों को सुनिश्चित करने की अपील की। अधिकारियों ने अप्रैल महीने में यांगून में दो इस्लामी स्कूलों को बंद कर दिया।
एचआरडब्ल्यू के एशियाई क्षेत्र के उप निदेशक फिल रॉबर्टसन ने कहा, “स्थानीय अधिकारियों ने दो मुस्लिम स्कूलों को बंद करने की भीड़ की मांग को मान लिया, जो बर्मा के धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में सरकार की नाकामी को दर्शाता है।”
मानवाधिकार समूह ने स्कूलों को तत्काल खोलने की मांग की और सरकार से कहा कि वह अल्पसंख्यकों के खिलाफ प्रतिबंधों को खत्म करने को लेकर सार्वजनिक तौर पर अपना रुख व्यक्त करे।
इस्लामिक रिलिजियस अफेयर्स काउंसिल के महासचिव वुन्ना श्वे ने एचआरडब्ल्यू से कहा कि म्यांमार में इस तरह की बंदी आम है और इससे इसाई सहित अन्य धार्मिक समूह भी प्रभावित हैं।
ज्ञात हो कि म्यांमार से लगभग 75,000 रोहिंग्या मुसलमान देश छोड़कर भाग चुके हैं और उन्होंने पड़ोसी देश बांग्लादेश में शरण ले रखी है।