भारत विनिर्माण में सुधार कर अग्रणी देश बनने में सक्षम : जेटली
नई दिल्ली | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यदि भारत अपने विनिर्माण में सुधार करे तो वह विश्व में अग्रणी बन सकता है। जेटली ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “हम वैश्वीकरण के दौर में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। यदि हम तीन साल लगातार विश्व की सबसे तेज गति से विकसित अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएं तो हम विश्व के अग्रणी देशों में से एक होंगे।”
उन्होंने कहा, “लेकिन सवाल यह है कि क्या हम अपने विनिर्माण में सुधार कर सकते हैं?” विनिर्माण क्षेत्र जीडीपी का 15-16 फीसदी रह गया है। सरकार विभिन्न उपायों के जरिए इसकी हिस्सेदारी बढ़कार लगभग 25 फीसदी करने की कोशिश कर रही है। जेटली ने कहा कि विदेशी निवेश के संदर्भ में भारत को वैश्वीकरण से लाभ मिला है, विशेष रूप से ऐसे समय में जबकि निजी घरेलू निवेश में कमी आई है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 18 फीसदी बढ़कर 46.4 अरब डॉलर रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा भारतीय शेयरों और बांड में निवेश मार्च में 15 वर्षो के उच्चतम स्तर पर रहा है। मार्च में विदेशी निवेशकों ने 8.84 अरब डॉलर के भारतीय शेयर और बांड खरीदे।