शारापोवा के बचाव में उतरे डब्ल्यूटीए प्रमुख सिमोन
सेन्ट पीटर्सबर्ग | पोर्शे ग्रां.प्री में रूस की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा को वाइल्ड कार्ड के जरिए प्रवेश दिए जाने पर उठे विवाद के बाद महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की प्रमुख स्टीव सिमोन ने शारापोवा का बचाव किया है। सिमोन ने कहा कि अन्य खेलों में डोपिंग प्रतिबंध से वापसी करने वाले पूर्व खिलाड़ियों को देखते हुए शारापोवा को वाइल्ड कार्ड प्रवेश दिया गया है।
पोर्शे ग्रां.प्री टूर्नामेंट के पहले दौर में शारापोवा से भिड़ने वाली रॉबर्टा विंसी ने ही उनके वाइल्ड कार्ड प्रवेश पर सवाल खड़े किए हैं और इसे असम्मानजनक करार दिया है। उल्लेखनीय है कि पांच बार की ग्रैंड स्लैम विजेता शारापोवा पर प्रतिबंधित दवा ‘मेल्डोनियम’ के इस्तेमाल को लेकर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन, खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) ने उन पर लगे प्रतिबंध की अवधि बाद में घटा कर 15 माह कर दी थी।
अब शारापोवा 15 माह का प्रतिबंध पूरा कर बुधवार को टेनिस कोर्ट पर वापसी कर रही हैं। सिमोन ने कहा, “आपको इस चीज पर नजर डालनी चाहिए कि अन्य लीग और खेलों में प्रतिबंध के बाद कैसे खिलाड़ियों ने वापसी की है? उन्होंने सीधे टीम से जुड़ने के साथ ही खेलना शुरू किया।”
सिमोन ने कहा कि शारापोना शून्य से शुरुआत कर रही हैं। इससे अन्य बड़े टूर्नामेंट के लिए उन्हें मिलने वाली वरीयता तय होगी और यह भी एक प्रकार की पेनाल्टी है। डब्ल्यूटीए प्रमुख ने कहा कि अगर आप अन्य लीगों से प्रतिबंध के बारे में सोचें, तो उन खिलाड़ियों को आधे सत्र या पूरे सत्र के लिए प्रतिबंधित किया जाता है, लेकिन उनका प्रतिबंध करीब डेढ़ साल का रहा है।