उत्तराखंड। शराब विरोधी आंदोलन को समर्थन देने वाली मैती स्वयं सेवी संस्था की अध्यक्षा कुसुम जोशी सोमवार को चमोली पहुंची। उन्होंने महिलाओं से बातचीत कर उन्हें शांतिपूर्ण व अहिंसात्मक आंदोलन को करते रहने की बात की। उन्होंने कहा कि शराब के प्रचलन से सबसे ज्यादा महिलाओं को नुकशान होता है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुसुम जोशी ने बताया कि वे पिछले एक माह से उत्तराखंड के अनेक हिस्सों का भ्रमण कर वे शराब विरोधी आंदोलन को समर्थन देकर आंदोलन को शांतिपूर्वक ढंग से चलाने की पैरवी करती हैं व महिलाओं किसी भी प्रकार की समस्या पर उनके साथ रहती हैं।
वहीं लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत आंदोलन को आगे बढ़ाने का आह्वान कर रही है।
आगे कहा कि अब तक वे यमकेश्वर, श्रीनगर, देहरादून, रूद्रप्रयाग के उखीमठ क्षेत्र में पहुंच कर महिलाओं द्वारा चलाये जा रहे शराब विरोधी आंदोलनों में शिरकत कर चुकी है। साथ ही जनपद चमोली के उन दूरस्थ क्षेत्रों में भी पहुंचने का प्रयास करेंगी जहां पर महिलाओं द्वारा शराब विरोधी आंदोलन चलाया जा रहा है।
जिससे वे महिलाओं के दुःख दर्द में शामिल हो सकें। उनके साथ समाज सेवी विनोद जुगलाण सहित कई अन्य लोग भी शामिल थे। आगे उन्होंने कहा कि अब महिलाएं अपने हक व समाज में होने वाली हर प्रकार की बुराईयों को दूर करने में सक्षम हो गयी। जो इन आंदोलनों के द्वारा साफ दिखाई दे रहा है।