कई शहरों में एटीएम में फिर हुई नकदी की किल्लत
नई दिल्ली | नोटबंदी के बाद पांच महीने बीत चुके हैं और अमूमन लोग मान रहे हैं कि देश से नकदी की कमी और बेकार पड़े एटीएम बूथों की समस्या खत्म हो चुकी है। लेकिन एक ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, देश के हर हिस्से में ऐसा नहीं है।
सर्वेक्षण एजेंसी ‘लोकलसर्कल्स’ द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में कहा गया है, “पिछले दो महीने के दौरान देश के कई हिस्सों में एटीएम में नकदी उपलब्धता की स्थिति खराब हुई है। हैदराबाद में पिछले सप्ताह एटीएम से लेन-देन करने पहुंचे व्यक्तियों में 83 फीसदी व्यक्तियों को नकदी नहीं मिल सकी। वहीं पुणे में 69 फीसदी व्यक्तियों को नकदी नहीं मिल सकी।”
सर्वेक्षण के अनुसार, 36 फीसदी प्रतिभागियों ने बताया कि उन्हें 5-8 अप्रैल के दौरान एटीएम से नकदी नहीं मिल सकी। स्थिति में तेजी से गिरावट आई है, क्योंकि एक महीने पहले सिर्फ 22 फीसदी लोगों ने ही कहा था कि उन्हें 14-16 फरवरी के बीच एटीएम से नकदी मिलने में परेशानी हुई थी।
इस सर्वेक्षण में देशभर में 10,000 लोगों से बात की गई। लोगों का कहना है कि वे एटीएम से बड़ी मात्रा में नकदी रुपये निकाल रहे हैं, क्योंकि कुछ बैंक चार बार एटीएम का इस्तेमाल करने के बाद ट्रांजैक्शन चार्ज काट रहे हैं। संभव है इस वजह से भी एटीएम बूथों से नकदी जल्द खत्म हो जा रही है।
लोकलसर्कल्स ने देश के 11 शहरों में यह सर्वेक्षण किया और पाया कि हैदराबाद में नकदी की कमी की समस्या सर्वाधिक है, जबकि पुणे इस मामले में दूसरे नंबर पर रहा। दिल्ली में नकदी देने वाले एटीएम बूथों की उपलब्धता सर्वाधिक पाई गई और केवल 11 फीसदी लोगों ने कहा कि इस अवधि के दौरान उन्हें एटीएम से नकदी नहीं मिल सकी।