अलगाववादियों ने घाटी में बुलाया बंद, जनजीवन अस्त-व्यस्त
श्रीनगर | जम्मू एवं कश्मीर में श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट के लिए उपचुनाव के दौरान रविवार को भड़की हिंसा में आठ नागरिकों के मारे जाने के विरोध में अलगाववादियों की ओर से आहूत दो दिवसीय बंद की वजह से घाटी में दूसरे दिन भी जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बंद के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्रीनगर तथा अन्य स्थानों पर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है। घाटी में दुकानें, सार्वजनिक परिवहन, कारोबार और अन्य शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी बंद हैं। घाटी और जम्मू क्षेत्र के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं बंद हैं। कुछ निजी परिवहन बसों और तिपहिया वाहनों को ही सुबह सड़कों पर देखा गया।
कश्मीर विश्वविद्यालय ने मंगलवार तथा बुधवार को पूर्वनिर्धारित सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
मोबाइल और फिक्सड लैंडलाइन कनेक्शन सहित इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बाधित हैं। हालांकि अनंतनाग संसदीय सीट पर उपचुनाव स्थगित करने की निर्वाचन आयोग की घोषणा के बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम तथा शोपियां जिलों में तनाव कम हुआ है। अनंतनाग संसदीय सीट के लिए उपचुनाव के तहत 12 अप्रैल यानी बुधवार को मतदान होना था, लेकिन निर्वाचन आयोग ने घाटी के हालात को देखते हुए इसे 25 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है।