भारत ने पहली पारी में आस्ट्रेलिया के सामने रखा 332 रन का स्कोर
धर्मशाला | रवींद्र जडेजा (63) और रिद्धिमान साहा (31) की संयम भरी साझेदारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) स्टेडियम में चल रहे चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को अपनी पहली पारी में सभी विकेट खोकर 332 रन बना लिए हैं। मेजबान टीम की पहली पारी समाप्त होने के साथ ही भोजनकाल की घोषणा कर दी गई। इस पारी के दम पर भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 रनों की बढ़त ले ली है। आस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 300 रन बनाए थे।
अपने पिछले दिन (रविवार) के स्कोर छह विकेट पर 248 रनों से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम ने सोमवार को पहले सत्र की समाप्ति तक अपने खाते में 84 रन जोड़े। पहले दिन के नाबाद बल्लेबाज साहा और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचाया, लेकिन पैट कमिंस ने जडेजा को बोल्ड आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
जडेजा ऐसे तीसरे हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने किसी एक सत्र में 500 से अधिक रन बनाए हैं और 50 से अधिक विकेट लिए हैं। जडेजा से पहले कपिल देव ने 1979-80 और मिशेल जॉनसन ने 2008-09 सत्र में यह कारनामा किया था।
जडेजा ने 95 गेंदों की पारी में चार चौके और चार छक्के लगाए। उनके आउट होने के बाद साहा का साथ देने आए भुवनेश्वर कुमार को स्टीव ओकीफ ने खाता भी नहीं खोलने दिया और कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथों कैच आउट कर भारतीय टीम का आठवां विकेट गिराया। कमिंस ने इसके बाद भारतीय टीम की पारी को संभाल रहे साहा को भी पिच पर टिकने नहीं दिया। 115वें ओवर की पहली ही गेंद पर साहा ने शॉट मारने की कोशिश की, लेकिन दूसरी साइड खड़े स्मिथ ने शानदार डाइव मारते हुए साहा का कैच लपका। उनके हाथों से गेंद फिसलने को थी, लेकिन उन्होंने इस पर अच्छी पकड़ बनाई और साहा के रूप में मेजबान टीम का नौवां विकेट भी गिराया।
साहा के आउट होने के बाद कुलदीप यादव (7) और उमेश यादव (2) ने टीम के खाते में 14 रन जोड़े ही थे कि नाथन लॉयन की गेंद पर कुलदीप 332 के योग पर कमिंस के हाथों लपके गए और इसके साथ ही भारतीय टीम की पारी समाप्त हो गई। इसके बाद भोजनकाल की घोषणा कर दी गई। आस्ट्रेलिया के लिए लॉयन ने सबसे अधिक पांच विकेट लिए, वहीं कमिंस को तीन, जोश हाजलेवुड को एक और ओकीफ को एक सफलता हासिल हुई। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का स्कोर 1-1 से बराबरी पर है और यह मैच दोनों टीमों के लिए निर्णायक है।