गूगल ने डूडल के जरिये फिनलैंड की लेखिका को किया याद
नई दिल्ली | गूगल ने फिनलैंड की लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता मिन्ना कैन्थ को उनकी 173वीं जयंती पर याद करते हुए उन्हें डूडल के जरिये श्रद्धांजलि दी। फिनलैंड में 1844 में जन्मी कैन्थ ने पति के गुजर जाने के बाद अपने सात बच्चों को पालने के लिए लेखन के पेशे को अपनाया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकार के रूप में की और बाद में ‘वपाइता आतैता’ नाम का अखबार प्रकाशित करने लगीं।
कैन्थ की लिखी लघु कथा संग्रह वाली पहली पुस्तक ‘नॉवेलेजा जा केरतोमुकसिया’ 1878 में प्रकाशित हुई थी। अपनी प्रसिद्ध नाट्य रचना ‘त्योमाइहेन वाइमो’ में उन्होंने शहरी जीवन को दर्शाया।
उनकी साहित्यिक रचनाओं में महिलाओं के अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से संबंधित समकालीन मुद्दों को उठाया गया। उन्होंने सक्रिय रूप से फिनिश महिलाओं के लिए मतदान के अधिकार का मार्ग प्रशस्त किया। फिनलैंड महिलाओं को मतदान का अधिकार देने वाला पहला यूरोपीय देश बना। कैन्थ की जयंती को फिनलैंड हर साल ‘समानता दिवस’ के रूप में मनाता है।