गोवा में त्रिशंकु विधानसभा के आसार
पणजी | गोवा विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन सकती है। राज्य में कांग्रेस ने 14 सीटें जीत ली हैं और वह दो पर आगे चल रही है। भाजपा 12 सीटें हासिल कर चुकी है और एक अन्य पर बढ़त बनाए हुए है। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फॉरवर्ड को तीन-तीन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को एक सीट हासिल हुई है। मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर मंद्रेम सीट से कांग्रेस के दयानंद सोप्टे से करीब 7,119 मतों के अंतर से चुनाव हार गए हैं। इस हार से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है।
पारसेकर ने संवाददाताओं से बात किए बिना ही पणजी में मतगणना केंद्र से बाहर निकल गए, वहीं दयानंद सोप्टे ने अपनी जीत का श्रेय अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि लोग पारसेकर के काम से नाखुश हैं। सोप्टे ने कहा, “करीब 5,000 वोटों का अंतर दर्शाता है कि जनता मुख्यमंत्री के काम से खुश नहीं है।” पोरियम सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह राणे ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के विश्वजीत के. राणे को शिकस्त दे दी है।
कांग्रेस ने नुवेम, पोरियम, क्वे पेम, शिरोदा, सेंट आंद्रे, तालेगाव और मंद्रेम से जीत हासिल की है, जबकि भाजपा ने अल्दोना, बिचोलिम, कलांगुते, दाबोलिम, माईम, मापुसा और संक्वि लिम सीट पर कब्जा जमाया है। उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के अपने प्रतिद्वंदी विनोद फड़के को 6,828 वोटों के अंतर से हराकर मापुसा सीट जीत ली है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ के बारे में पूछे जाने पर डिसूजा ने आईएएनएस से कहा, “यह फैसला पार्टी करेगी।”
वहीं, बेनॉलिम सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के चर्चिल अलेमाओ ने आम आदमी पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रोयला फर्नाडिंस को 5,191 वोटों के अंतर से हरा कर जीत हासिल की है।
तटीय राज्य में सत्ता हासिल करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) को एक भी सीट हासिल नहीं हुई है और मुख्यमंत्री पद के उसके उम्मीदवार एल्विस गोम्स कंकोलिम सीट पर चौथे स्थान पर रहे और उन्हें केवल 3,336 वोट ही हासिल हो पाए। कंकोलिम से कांग्रेस उम्मीदवार ने निर्दलीय प्रत्याशी जोआक्वि म अलेमाओ को मात्र 213 वोटों के मामूली अंतर से हराकर सीट हासिल कर ली।
गोम्स ने परिणाम आने के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमें जनता की इच्छा का आदर करना चाहिए। आप ने गोवा में अपना प्रभाव जमाया है और हम अपना काम करते रहेंगे।” आरएसएस के पूर्व नेता सुभाष वेलिंकर की पार्टी गोवा सुरक्षा मंच भी अपना खाता नहीं खोल पाई।