उप्र में राष्ट्रपति शासन नहीं लगाने देंगे : सपा सांसद
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के पूर्वानुमानों के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेद्र यादव ने कहा कि खंडित जनादेश की स्थिति में राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं लगाने दिया जाएगा। उप्र के मौजूदा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेद यादव ने कहा, “समाजवादी पार्टी ने विकास के नाम पर चुनाव लड़ा है और उत्तर प्रदेश के लोग एक बार फिर पार्टी में भरोसा जताएंगे। राज्य में सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनेगी।”
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर धर्मेद्र यादव ने कहा, “हम किसी भी कीमत पर राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं लगने देंगे। राज्य में लोगों द्वारा चुनी गई सरकार सत्ता में आएगी।” इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खंडित जनादेश मिलने की स्थिति में बसपा से हाथ मिलाने के सवाल पर कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को खंडित जनादेश की स्थिति में ‘रिमोट नियंत्रित’ सरकार चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक साक्षात्कार में अखिलेश ने कहा था, “मैं बसपा प्रमुख को बड़े सम्मान के साथ बुआ कहकर संबोधित करता आया हूं और फिलहाल इस बारे में इससे अधिक कुछ नहीं कह सकता।”