रसोई गैस का दाम बढ़ाने के खिलाफ लोकसभा से बहिर्गमन
नई दिल्ली | संसद के निचले सदन लोकसभा में रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर कांग्रेस, वामदलों और तृणमूल कांग्रेस ने बहिर्गमन किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हर महीने रसोई गैस की कीमतों में दो रुपये की बढ़ोतरी के मुद्दे को उठाया। वामदलों और तृणमूल कांग्रेस ने भी उनका साथ दिया। खड़गे ने कहा, “एलपीजी गैस की कीमत 2016 में 466 रुपये थी। पिछले दो वर्षो में यह छह गुना बढ़ गई है और अब प्रति सिलेंडर की कीमत 737 रुपये है।” उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटी हैं तो इसका लाभ आम लोगों को क्यों नहीं दिया जा रहा?”
कांग्रेस के मुताबिक, सरकार एलपीजी का दाम बढ़ाकर उन लोगों के साथ धोखा कर रही है जिन्होंने गैस सिलेंडर की सब्सिडी छोड़ दी है। संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि रसोई गैस की कीमतें बढ़ानी पड़ीं क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले एक महीने में एलपीजी की कीमत 471 डॉलर से बढ़कर 564 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गई।
अनंत कुमार ने कहा, “आपको सदन को भ्रमित नहीं करना चाहिए।” अनंत कुमार के मुताबिक, मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने 2010 में फैसला किया था कि एलपीजी की कीमत दो रुपये प्रति महीने बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा, “इस बढ़ोतरी का श्रेय मल्लिकार्जुन खड़गे और मनमोहन सिंह को जाता है।” विपक्षी सदस्यों ने इसका जोरदार विरोध किया। उन्होंने सरकार के इस दावे से इनकार किया। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस, वामदल और तृणमूल के सांसद सदन से बहिर्गमन कर गए।