बाहुबली तो एक शुरुवात थी, मुख्य कहानी तो अब दिखेगी
मुंबई | अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘बाहुबली : द कन्क्लूजन’ के निर्माण में व्यस्त फिल्मकार एस.ए. राजामौली का कहना है कि फिल्म का पहला भाग आगाज मात्र था और वास्तविक व मुख्य कहानी तो दूसरे भाग में दिखेगी। फिल्म समीक्षक अनुपमा चोपड़ा के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर देखे जा सकने वाले शो ‘फिल्म कंपेनियन’ में राजामौली ने ‘बाहुबली : द कन्क्लूजन’ और एक निर्देशक के रूप में अपने जीवन और भविष्य की योजनाओं के संबंध में बातचीत की।
राजामौली से यह पूछे जाने पर कि ‘बाहुबली’ के दूसरे भाग से क्या अपेक्षा की जाए तो उन्होंने कहा, “पहला भाग विभिन्न किरदारों का परिचय है, हमने वास्तव में अभी पूरी तरह से मुख्य कहानी पेश नहीं की है। किरदार स्थापित हैं और हमने सभी को खुद को पूरी तरह से साबित करने का मौका दिया है। पहला भाग बस शुरुआत था और दूसरा भाग असली व मुख्य कहानी है।”
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ने ‘बाहुबली’ श्रृंखला की फिल्म बनाने में पांच साल दिए हैं। फिल्मकार ने कहा कि जब वह कहानी के बारे में बताना शुरू करते हैं तो आत्मविश्वास महसूस करते हैं, जबकि निर्देशन के दौरान उन्हें आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है।राजामौली ने कहा कि वह जानते हैं कि उन्होंने अच्छी तरह से कहानी सुनाई है और सुनने वालों ने दिलचस्पी लेकर सुनी है। राजामौली ने कहा कि सेट पर वह झल्लाते और चिल्लाते बहुत हैं, क्योंकि छोटी से छोटी कमी या गलती पर उन्हें गुस्सा आ जाता है, लेकिन कुछ गलतियों को वह अनदेखा भी कर देते हैं।
उन्होंने बताया कि फिल्म की कहानी किसी फिल्म का बड़े बजट की होना या छोटे बजट की होना तय करती है। फिल्मकार को लगता है कि युवा फिल्मकारों को धैर्य और कड़ी मेहनत की कीमत को समझने की जरूरत है, लेकिन वह उन्हें मल्टी-टास्किंग यानी एक साथ कई जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम मानते हैं।